बीकानेर। नगर निगम प्रशासन की नाकामी के कारण बीकानेर शहर में अवैध निर्माण माफिया अपने ऊंचे रसूखातों के दम पर सीना तान कर बहुमंजिला बिल्डिंगो का निर्माण करवा रहे है। इसे लेकर जागरूक लोग लगातार आवाज बुलन्द कर रहे है लेकिन नगर निगम प्रशासन में उनकी सुनवाई नहीं हो रही। जानकारी के अनुसार अभी भी शहरभर में दो दर्जन से ज्यादा ऐसी बिल्डिंगें है, जो नियम विरूद्ध बन रही है,इनमें कई बिल्डिंगों के निर्माण की परमिशन तक नहीं ली गई है,वहीं कई बिल्डिंग का निर्माण नक्से के विपरित चल रहा है। चौंकाने वाली बात तो यह है कि डीआरएम ऑफिस के पास बिना पार्किग के बनी होटल ब्ल्यू कोटिंनेटल के पास बन रही बिल्डिंग के नीचे तीस-तीस फीट गहरे अंडरग्राउण्ड खोद दिये गये,इसके लिये भी नियमानुसार कोई परमिशन नहीं ली गई। अंडरग्राउण्ड के कारण आस पास के मकानों की नीवें दरकने लगी है,कभी भी बड़ी जनहानी हो सकती है,इसके बावजूद भी नगर निगम प्रशासन के अधिकारी रोकथाम के लिये कदम नहीं बढा रहे है। हालांकि नगरीय विकास विभाग के अफसरों का दबाव बढने के बाद बीकानेर नगर निगम प्रशासन ने यहां अवैध बन रही कुछेक बिल्डिंगों का निर्माण रूकवा दिया,कई सीज भी कर दी। लेकिन डीआरएम ऑफिस के सामने होटल ब्ल्ूय कोटिंनेटल और बिन्नाणी बिल्डिंग में चल रहे अवैध निर्माण की रोकथाम के लिये किसी ने हिम्मत नहीं दिखाई क्योंकि यह निर्माण ऊंचे रसूखात वाले नामी लोग करवा रहे है, इसके अलावा पवनपुरी,जय नारायण व्यास कॉलोनी,सादुल गंज समेत अनेक प्रमुख कॉलोनियों में बन रही बिल्डिंगों का निर्माण बिना पार्किग के करवाया जा रहा है,जबकि बहुमंजिला बिल्ंिडग निर्माण के लिये वाहन पार्किग की सबसे अनिवार्य शर्त है। इसके अलावा कई आवासीय जगहों पर व्यवसायिक बिल्डिंगे बन रही है,जो अवैध श्रेणी में आती है।

इसके बारे में जागरूकत लोग लगातार नगर निगम और जिला प्रशासन को अवगत करवा रहे है,लेकिन कार्यवाही के नाम पर सबने आंख मूंद रखी है। इसे लेकर खुलेआम चर्चा है कि अवैध बिल्डिंगे निर्माण कराने वाले लोगों ने नगर निगम और जिला प्रशासन के अफसरों की पहले ही जेबें भर दी है,इसलिये अफसर कार्यवाही में नाकाम बने बैठे है।