गुरुग्राम, हरियाणा । (दिनेश शर्मा “अधिकारी”) । शाहजहांपुर-खेड़ा बॉर्डर पर पूरे भारतवर्ष से आई मिट्टी व कलश द्वारा शहीद किसान स्मारक का निर्माण किया गया जिस पर घास भी उगाई गई। सभा को संबोधित करते हुए किसान नेताओं ने कहा कि “किसान आंदोलन की एक बड़ी सफलता यह है कि महिलाएं चार दीवारी से बाहर निकलकर मुख्यधारा में आ गयी हैं”

किसान आंदोलन में बड़ी संख्या में महिलाएं शामिल हैं। इनमें कई अपने परिवार के साथ आईं हैं तो कुछ का परिवार गांव में ही है। इन में वे हजारों महिलाएं भी शामिल हैं जो अपने घर के पुरुषों के आंदोलन में शामिल होने के बाद खेत का कामकाज संभाल रही थीं।

किसान आंदोलन के दौरान भी राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र और दिल्ली की सीमाओं पर शाहजहाँपुर-खेड़ा बॉर्डर, सिंघु बॉर्डर, गाजीपुर, टिकरी और पलवल में आयोजित महिला दिवस में हजारों महिलाएं शामिल हुईं। इनमें कई महिलाएं पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश और उत्तर प्रदेश से ख़ास महिला दिवस को मनाने पहुंचीं। इस दौरान महिलाओं ने अपने तरीकों से कृषि कानूनों का विरोध जताया, मंच को संभाला और लोगों को नए कृषि कानूनों की खामियां गिनाकर अपनी ल़ड़ाई को जारी रखने की बात की है। असल मे ये महिला किसान अपनी खेती बचने के साथ साथअपनी आने वाली नस्लों को बचाने के लिए संघर्ष कर रही है।

ये तो आंदोलन के पहले दिन से ही निश्चित है कि किसान विरोधी तीनों काले कानून वापिस होंगे और MSP की गारंटी का कानून भी बन कर रहेगा और पूंजीपतियों व देश-विदेश के कॉर्पोरेट की दलाल बीजेपी-आरएसएस की केंद्र सरकार को मुँह की खानी पड़ेगी।।

आज की किसान सभा को डॉ.संजय”माधव”, तारा सिंह सिद्धू, पवन दुग्गल, का. अमराराम, रणजीत राजू, ज्ञानी राजवीर सिंह, रघुवीर सिंह वर्मा, गुरमीत सिंह कंडयारा, अंकुश सोलंकी, रामकेश मीणा, नवीन नागौरी, हरीशंकर मांडिया, सुरेन्द्र खोकर , चिरंजी लाल, सुरेन्द्र मेहरा, जापान सिंह, सुकरम सिंह, ज्ञानीराम, रामकिशन महलावत आदि ने संबोधित किया।

संयुक्त किसान मोर्चा की ओर घोषित किये गए भावी कार्यक्रम निम्नानुसार हैं :-

2. 10 अप्रैल को 24 घण्टो के लिए केएमपी ब्लॉक किया जाएगा।

3. 13 अप्रैल को वैशाखी का त्यौहार दिल्ली की सीमाओं पर मनाया जाएगा।

4. 14 अप्रैल को डॉ भीम राव अम्बेडकर की जयंती पर सविंधान बचाओ दिवस मनाया जाएगा।

5. 1 मई मजदूर दिवस दिल्ली के बोर्डर्स पर मनाया जाएगा। इस दिन सभी कार्यक्रम मजदूर किसान एकता को समर्पित होगा।