गुरुग्राम,हरियाणा। (दिनेश शर्मा “अधिकारी”) किसान मोर्चा द्वारा 10 अप्रैल से 24 घण्टो के लिए केएमपी ब्लॉक किया गया। 13 अप्रैल को दिल्ली के बॉर्डर्स पर खालसा पंथ का स्थापना दिवस मनाया जाएगा और साथ ही जलियांवाला बाग हत्याकांड की बरसी पर शहीदों के सम्मान में कार्यक्रम होंगे।
आम सभा को सम्बोधित करते हुए किसान नेताओं ने कहा कि एक ओर देशभर में जगह जगह किसान-महापंचायतें हो रहीं हैं। आज भी हज़ारों किसान दिल्ली के चारों ओर डेरा डालकर बैठे हैं,आंदोलन के समर्थन में तरह-तरह की जनजागृति यात्राएं हो रही हैं। किसानों ने अपने गौरवशाली संघर्षों का इतिहास और अपने मुद्दे “मिट्टी सत्याग्रह यात्रा” जैसे कार्यक्रमों के माध्यम से सरकार के सामने रखे है।
दूसरी ओर केन्द्र में सत्तारूढ़ भाजपा-आरएसएस की मोदी सरकार चुनावों के खेल में व्यस्त है।
सरकार और उसका दरबारी-गोदी मीडिया किसानों के आंदोलन को मृतप्राय घोषित करने पर तुला हुआ है।
कबीर ने कभी कुम्हार के बहाने सत्ता के अहंकार को ललकारा था कि “माटी कहे कुम्हार से तू कित रौंदे मोय, इक दिन ऐसा आएगा मैं रोदूंगी तोय”
“मिट्टी सत्याग्रह” के बहाने किसान भी सत्तासीन भाजपा-आरएसएस याद दिलाते हुए
कह रहा है कि आज भले ही तू मुझे रौंद ले, पहले भी ऐसी कोशिशें की गई हैं,लेकिन मैं भी तुझे एक दिन मिट्टी में मिलाने की ताकत रखता हूँ। बड़े से बड़े तानाशाहों को भी जनता ने धूल चटा दी है तो आज सत्ता पर बैठी फासीवादी-अधिनायकवादी, पूंजीपतियों की दलाल बीजेपी-आरएसएस के पास एक मात्र रास्ता यही है कि वो भी इससे सबक लेते हुए किसानों की सभी मांगो को स्वीकार कर ले।
सरकार को चेतावनी देते हुए सुबह 8 बजे से KMP-KGP हाईवे को जाम किया गया जो 11 अप्रैल सुबह 8 बजे तक जाम रखा जाएगा।
संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा आन्दोलन की अगली रणनीति के संबंध में निम्नलिखित घोषणाएं की जा रही हैं:-
1. 13-अप्रैल को दिल्ली के बोर्डर्स पर खालसा पंथ का स्थापना दिवस मनाया जाएगा और साथ ही जलियावाला बाग हत्याकांड की बरसी पर शहीदों के सम्मान में कार्यक्रम होंगे।
2. 14-अप्रैल को ‘संविधान बचाओ दिवस’ और ‘किसान बहुजन एकता दिवस’ मनाया जाएगा। इस दिन सयुंक्त किसान मोर्चे की सभी स्टेज बहुजन समाज के आन्दोलनकारी चलाएंगे एवं सभी वक्ता भी बहुजन होंगे।
– नफरत एवं बंटवारे की भावना से भाजपा के नेता किसानों व मजदूरों को आपस मे दुश्मन के तौर पर पेश करते हुए हरियाणा में विभिन्न कार्यक्रम कर सकते है। हम सभी दलित-बहुजन व किसानों से अपील करते है कि शांतमयी रहते हुए इन ताकतों का विरोध करें।
– इस दिन कैथल में हरियाणा के किसान विरोधी उपमुख्यमंत्री ने जानबूझकर एक कार्यक्रम रखा है। हम किसानों व दलित-बहुजनो से अपील करते है कि शांतमयी रहते हुए ज्यादा से ज्यादा संख्या में पहुंचकर इस कार्यक्रम को रद्द करवाये।
3. इस आंदोलन में स्थानीय लोगों की भागीदारी व उनके समर्पण का सम्मान करते हुए 18 अप्रैल को सभी मोर्चो पर आसपास के लोगों का सम्मान किया जाएगा व उस दिन मंच संचालन का जिम्मेदारी भी लोकल लोगों को दी जाएगी।
4. 20 अप्रैल को धन्ना भगत की जयंती पर उनके गांव धोआ कलां से दिल्ली की सीमाओं पर मिट्टी लायी जाएगी व उनकी याद में टीकरी बॉर्डर मोर्चे पर कार्यक्रम होंगे।
5. 24 अप्रैल को इस मोर्चे के 150 दिन होने पर एक हफ्ते के विशेष कार्यक्रम होंगे जिनमें किसानों मजदूरों के साथ साथ कर्मचारी, विद्यार्थी, नौजवान, कारोबारी व अन्य संगठनों को दिल्ली मोर्चा में शामिल होने का आह्वान किया जाएगा।
6. अप्रैल के आखिरी सप्ताह में देशभर में किसान आंदोलन को समर्थन देने वाले संगठनों की कन्वेंशन की जाएगी जिसमें इस आंदोलन को देशव्यापी तेज करने की योजना बनाई जाएगी।
7. संसद मार्च की निर्धारित तारीख का मोर्चे की अगली बैठक में सोच विचार कर ऐलान कर दिया जाएगा।
आज की किसान सभा को निशा सिद्धू, गणपत धायल,सुभाष पलडिया,कंवर सेन यादव,मोहन नेता, प्रताप बेनीवाल, भगीरथ बीजारणिया,नेमीचंद कोलिडा, हरिशंकर मांडिया, चिरंजी लाल, गंगाधर बराला,दुर्गादत्त गोदारा, नवीन जैन, अभय सिंह,नारायण डूडी आदि ने संबोधित किया।
आज की आमसभा का संचालन डॉ.संजय”माधव” ने किया।