जयपुर, 16 मई , रिपोर्टर ओम दैया
राजीव गांधी स्टडी सर्किल कोटा द्वारा एक दिवसीय राष्ट्रीय वेबीनार का आयोजन ”उच्च शिक्षा के बदलते आयाम और कोविड-19 से उपजी चुनौतियां” विषय पर राजस्थान सरकार के उच्च शिक्षा मंत्री भंवर सिंह भाटी के मुख्य आतिथ्य में किया गया। अपने उद्बोधन में मंत्री श्री भाटी ने कहा कि कोरोना महामारी के समय में आज स्कूल से लेकर विश्वविद्यालय की शिक्षा व्यवस्था में क्रांतिकारी परिवर्तन आ रहे हैं। ऑनलाइन शिक्षा का दौर चल रहा है। सबसे बड़ी चुनौती परीक्षा कराने को लेकर आ रही है और ऐसे में अगर कोई नया सुझाव या मॉडल सामने आता है तो उस पर भी राज्य सरकार गंभीरता से विचार करेगी।

भाटी ने गरीब, मजदूर जरूरतमंद व माइग्रेंट्स की समस्याओं को दूर करने में मुख्यमंत्री के नेतृत्व में राज्य सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों के बारे में जानकारी दी। भाटी ने कहा कि संकट के इस वक्त में डॉक्टर, नर्स, पुलिस और शिक्षक एक वॉरियर के रूप में काम कर रहे हैं। उन्होंने एनएसएस, एन सी सी, स्काउट- गाइड द्वारा किए जा रहे कार्यों को सराहा और राजीव गांधी स्टडी सर्किल कोटा ईकाई के जिला समन्वयक डॉ अनुज विलियम्स की इस वेबिनार के माध्यम से एक महत्वपूर्ण प्लेटफॉर्म उपलब्ध कराने की पहल की सराहना की।

इस अवसर पर उन्होंने राजकीय महाविद्यालयों के प्राध्यापकों द्वारा ई- कंटेन्ट तैयार कर यूट्यूब, सोशल मीडिया व इंटरनेट द्वारा विद्यार्थियों को शेयर करने की जानकारी दी। भाटी ने विभिन्न विश्वविद्यालयों की शेष परीक्षाओं के आयोजन, प्रवेश प्रक्रिया, नए सत्र के आरंभ के बारे में विस्तृत कार्य योजना की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इस संबंध में सभी निर्णय विद्यार्थियों के स्वास्थ्य व उनके अकादमिक हित को ध्यान में रखकर लिए जाएंगे।
भाटी ने कहा कि आगामी वर्षों में डिजिटल टीचिंग- लर्निंग के लिए आवश्यक सुविधाओं के विस्तार, ई- लाइब्रेरी, प्राध्यापक- विद्यार्थी प्रशिक्षण, परीक्षा प्रारुप आदि उच्च शिक्षा के विकास के प्रमुख केन्द्र बिन्दु रहेंगे।

राजीव गांधी स्टडी सर्किल के राष्ट्रीय समन्वयक प्रो सतीश राय ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी का सपना था कि भारत एक डिजिटल क्रांति का वाहक बने। उन्होंने कहा कि बदले परिवेश में हमें अपनी शिक्षा नीति को नए सिरे से बनाना होगा। प्रो राय ने कहा कि परंपरागत शिक्षा का कोई विकल्प नहीं है, लेकिन डिजिटल तकनीक में भी कॅरियर की अपार संभावनाएं हैं। राजीव गांधी स्टडी सर्किल कोटा के जिला समन्वयक डॉ अनुज विलियम्स एवं वेबीनार समन्वयक ने सुझाव दिया कि शिक्षित बेरोजगार को प्रति कालांश के हिसाब से वीडियो लेक्चर एवं ऑनलाइन टीचिग के लिए आमंत्रित किया जाए तथा वर्धमान महावीर खुला विवि के डिजिटल प्लेटफार्म का उपयोग किया जा सकता है।

आरपीएससी के पूर्व चेयरमैन प्रो बीएम शर्मा ने कहा कि देश में उच्च शिक्षा की संस्थाओं को स्थापित करने में पं जवाहर लाल नेहरू का बड़ा योगदान था। प्रो शर्मा ने कहा कि महामारी काल में यूजी और पीजी के अंतिम वर्ष के छात्रों की परीक्षा पहले कराई जाए और बाकी परीक्षाएं बाद में हों। राजीव गांधी स्टडी सर्किल के आधारभूत स्तंभ प्रो पीसी व्यास का संदेश भी वेबीनार में पढ़ा गया। कोटा खुला विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर आर एल गोदारा व मत्स्य विवि अलवर के कुलपति प्रो जेपी यादव ने भी डिजिटल टीचिंग, आई टी के उपयोग और परीक्षा प्रणाली को नए तरीके से सुधारने की कवायद की। तकनीकी शिक्षा मंत्री के प्रतिनिधि एवं राज्य के एनएसएस प्रभारी बनय सिंह ने भी राज्य सरकार के प्रयासों के बारे में अवगत कराया। वेबिनार के संयोजक डॉ अनुज ने बताया कि इस राष्ट्रीय वेबीनार में कई राज्यों के केन्द्रीय विश्वविद्यालयों, राज्य विश्वविद्यालयों, निजी एवं राजकीय महाविद्यालयों के शिक्षाविदों एवं प्रबुद्धजनों ने अपने विचार मंत्रीजी के समक्ष रखे। जाने-माने अर्थशास्त्री प्रो गोपाल सिंह ने वेबीनार का संचालन किया तथा मंत्री समेत सभी विद्वानों का आभार प्रकट किया। कार्यक्रम में तकनीकी सहयोग वर्धमान महावीर खुला विवि की टीम ने दिया।