• सीखने की प्रक्रिया सदैव चलती रहनी चाहिए: डॉ. नीरज के पवन
  • रिर्सास पर्सन समिट में बीकानेर के विभिन्न वर्गाे के प्रबुद्वजनो की भागीदारी।
  • पैनल डिस्कशन में डॉ. पी.एस. वोहरा, डॉ. शेखर भार्गव, डॉ. दिग्गविजयसिंह व डीयू की डॉ. आरती अनेजा हुए शामिल।
  • समिट में अतिरिक्त संभागीय आयुक्त ए.एच. गौरी, सीएमएचओ डॉ. अबरार, यूआईटी सचिव यशपाल आहूजा, अतिरिक्त जिला कलक्टर पंकज शर्मा, मेडिकल कॉलेज प्राचार्य डॉ. गुंजन सोनी, होम साइंस डीन डॉ. विमला डुकवाल, राजकीय डूंगर कॉलेज के प्राचार्य जे.पी. सिंह व राजकीय विधि महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. भगवानाराम बिश्नोई ने भी दिए विशेष व्याख्यान।
    बीकानेर। डॉ. तनवीर मालावत कॉलेज द्वारा रविवार को स्थानीय जे एन वी कॉलोनी स्थित जीसस एंड मेरी सी सैकेंडरी स्कूल में रिसोर्स पर्सन सम्मिट का आयोजन किया गया। देश के प्रत्येक व्यक्ति तक शिक्षा सहजता से पहुंच सके, शिक्षा केवल किताबी ज्ञान तक सीमित नहीं रहे एवं शिक्षा में विभिन्न नवाचारों के साथ उसे रोचक बनाने को लेकर इस सम्मिट में बौद्धिक चिंतन व विशद चर्चा की गयी। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में बीकानेर के संभागीय आयुक्त डॉ. नीरज के पवन ने अपने संबोधन में कहा कि सदैव सीखने की प्रक्रिया जारी रहनी चाहिए। जो सदैव शिक्षार्थी होता है वही अच्छा शिक्षक बन सकता है। उन्होंने वर्तमान शिक्षा पद्धति को जीवन निर्माण के लिए अपर्याप्त बताते हुए कहा कि हर व्यक्ति यदि अपनी अपनी जिम्मेदारी पूरी ईमानदारी से निर्वहन करने लगेंगे तो सब कुछ सही हो जाएगा। डॉ. तनवीर मालावत कॉलेज के चैयरमेन डॉ. तनवीर मालावत ने सभी का स्वागत करते हुए कहा कि इस समिट में बीकानेर के विभिन्न वर्ग के प्रबुद्वजनो ने भागीदारी की जिसमें शिक्षा, समाज, खेल, व्यापार, चिकित्सा, प्रोफेशनल सहित विभिन्न वर्ग के लोगों को रिर्सास पर्सन के रूप में पधार कर कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई है उसके लिए मैं आभार प्रकट करता हू ।
    रिसोर्स पर्सन समिट के समन्वयक डॉ. चन्द्रशेखर श्रीमाली ने बताया कि समिट के प्रथम सत्र में पैनल डिस्कश का आयोजन किया गया जिसमें में डॉ. पी.एस. वोहरा, डॉ. शेखर भार्गव, डॉ. दिग्गविजयसिंह व डीयू की डॉ. आरती अनेजा हुए शामिल। शिक्षा में परिवर्तन विषय पर अपनी अभिव्यक्ति में इकोनॉमिस्ट डॉ. पी. एस. वोहरा ने कहा कि स्कूली शिक्षा और उच्च शिक्षा के बीच एक सेतु के निर्माण करने की महती आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि जब तक इन दोनों स्तर की शिक्षा को परस्पर अटैच नहीं किया जाएगा, शिक्षा में परिवर्तन नहीं लाया जा सकता। दूसरे पैनलिस्ट डॉ. शेखर भार्गव में शिक्षा में खुशी का माहौल होना जरूरी है कि बात कहते हुए कहा कि बच्चों को अपनी अभिव्यक्ति व्यक्त करने का मौका देना चाहिए वहीं उच्च शिक्षा व नई शिक्षा नीति के बारे में बताते हुए डॉ. दिग्गविजयसिंह ने नई शिक्षा नीति की सराहना करते हुए कहा कि इससे आत्मनिर्भर बढ़ेगी। विधि विशेषज्ञ के रूप में अपनी बात रखते हुए डीयू की लॉ फैकल्टी ने कहा कि लॉ की जानकारी सभी को होनी चाहिए साथ ही शिक्षा में व्यावाहरिकता का होना आवश्यक है।
    समिट समन्वयक डॉ. श्रीमाली ने बताया कि समिट के विशेष सत्र को अतिरिक्त संभागीय आयुक्त ए.एच. गौरी, सीएमएचओ डॉ. अबरार, यूआईटी सचिव यशपाल आहूजा, अतिरिक्त जिला कलक्टर पंकज शर्मा, मेडिकल कॉलेज प्राचार्य डॉ. गुंजन सोनी, होम साइंस डीन डॉ. विमला डुकवाल, राजकीय डंूगर कॉलेज के प्राचार्य जे.पी. सिंह व राजकीय विधि महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. भगवानाराम बिश्नोई ने भी विशेष व्याख्यान दिया। समिट में विजय खत्री, जुगल राठी, डॉ. सी.एन. श्रीमाली, दीपचन्द सांखला, गिरिराज खैरीवाल, विजयमोहन जोशी, डॉ. नरेश गोयल, सीए अंकुश चौपड़ा विशेष रूप से उपस्थित रहे। समिट के समापन सत्र में मुख्य अतिथि संभागीय आयुक्त डॉ. नीरज के. पवन द्वारा सभी रिसोर्स पर्सन्स को प्रमाण-पत्र देकर सम्मानित किया।
    -ये भी रहे उपस्थित:
    बीटीयू की डॉ ममता शर्मा, करमाबाई जाट महिला समिति की अल्का चौधरी, लोकमत की संपादक अंकिता माथुर, राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय, श्रीरामसर की प्रिंसिपल संगीता टाक, छात्र नेता रामनिवास कूकना, राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय, प्रताप बस्ती की प्रिंसिपल डॉ अनु पंवार, रोटरी आध्या क्लब की दीपिका चौधरी एवं निशिता सुराना, पायनियर एकेडमी के निदेशक डॉ एच के सुथार, डी पी एल के निदेशक देवेंद्र भारद्वाज, अल्फा मेंटोर के आशीष बिस्सा, भारत विकास परिषद मीरा शाखा की अध्यक्ष रीतू मितल, एम जी एस यूनिवर्सिटी की डॉ सीमा शर्मा, डॉ सतपाल बिश्नोई, डूंगर कॉलेज की डॉ रजनी हर्ष, स्पिक मैके के डॉ दामोदर तंवर, एंकर ज्योति सोनी, बबीता गुप्ता, दीपिका श्रीमाली, गोपाल जोशी, कुलदीप शर्मा, ज्योति मितल, पूजा मोहता, एकलव्य पारीक, मो रशीद, अर्चना गुप्ता, नीतेश गोयल, मो सलीम, मेघा दुजारी, अमन गुप्ता, मो रफीक, आशीष राठी, राजू दफ्तरी, फिरोज चौहान, पवन पारीक, परवेज अली, ज्ञान गोस्वामी, दाऊलाल सेवग, डॉ सुमन, जावेद सिद्धीकी, डॉ नरेंद्र शेखावत, सरिता चांडक, डॉ राजेंद्र जोशी, इंजीनियर मनोज, दीपिका पारीक, कविता किराडू, डॉ सुनीता गुर्जर, सुरेंद्र डागा, ओम दैया, डॉ राजशेखर पुरोहित, कामिनी खत्री, रोहित खत्री, ओमप्रकाश मुखीजा, आनंद गुप्ता, डॉ शशि वर्मा, मल्लिका सापरा, हाकिम अली, सुनील, राजेन्द्र भार्गव इत्यादि।