ओमप्रकाश रामदासिया ने उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि हमें रविदास द्वारा दी गई शिक्षा का अनुसरण करते हुए जीवन यापन करना चाहिए और समरसता को अपनाना चाहिए।
इस मौके पर विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे सरपंच सुखविंदर सिंह ने कहा कि अगर हमारा मन पवित्र होगा तो हमें भगवान अपने आप मिल जाएंगे इसलिए मन को पवित्र बनाए रखें।
उड़ान हौसलों की संस्थापक रेखा धीमान ने अपने संबोधन में कहा कि हमें जन्म जाति आधारित वर्ण व्यवस्था को नकारते हुए सिर्फ इंसानियत को ही प्राथमिकता देनी चाहिए। यही संदेश रविदास जी अपने जीवन काल में देते रहे हैं, हमें उनका अनुसरण करते हुए ऊंच-नीच के भेदभाव को मिटाकर जीवन की ऊंची उड़ान भरनी चाहिए।
इस मौके पर कमेटी मेंबर ओमप्रकाश, प्रेमचंद, जगतार सिंह, पोली, मनोज, सोनू, जयभगवान, दयाचंद, रामपाल, ओंकार सिंह, जस्सा सिंह, और महिलाओं में माया देवी, गुरमीत, सुषमा देवी और ग्रामवासी मौजूद रहे।