विशिष्ठ अतिथि चन्द्रप्रकाश सोनी ने अत्याधुनिक युग में नई तकनीक के साथ कार्य करने हेतु युवा कलाकारों को प्रोत्साहित किया ।
कार्यक्रम की शुरुआत अतिथियों ने मां सरस्वती के चित्र के आगे दीप प्रज्ज्वलन, पुष्प अर्पित कर की । वन्दना ज्ञानेशवर सोनी ने की । स्वर्ण संगीत संस्थान के ज्ञानेश्वर सोनी ने जब हर-हर-हर महादेव की तान छेडी तो हॉल तालियों से गुंजायमान हो गया । कराओके पर पवन सोनी, ज्ञानेश्वर मीनाकार, एन.के.सोनी, सुदर्शन सोनी और प्रेमरतन भजूड ने गीतों की प्रस्तुति दी । कवि-कथाकार राजाराम स्वर्णकार ने अपनी रचनाओं के साथ कार्यक्रम का संचालन किया ।
75 वर्ष पूर्ण करने पर रामेश्व्रलाल मोतीलाल लाडनवाल का शॉल, सम्मान-पत्र, श्रीफल प्रदान कर सम्मान किया गया । संस्था के प्रेमप्रकाश सोनी, जुगराज मंडोरा, प्रेमरतन सोनी और सूर्यप्रकाश सोनी ने गायक कलाकारों को स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया । अंत में दिवंगत सदस्यों के प्रति दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धासुमन अर्पित किया गया । सभी के प्रति आभार संस्था के प्रेमप्रकाश महेचा ने ज्ञापित किया ।