– महामंडलेश्वर श्री सरजूदासजी महाराज का चार माह तक कोटधुनि अनुष्ठान प्रारंभ
– गौसेवा, संत समागम के साथ मनाया बसंतोत्सव
बीकानेर। गंगाशहर स्थित श्रीराम झरोखा कैलाशधाम में परम पूजनीय श्री सियारामजी गुरु महाराजजी की 19वीं पुण्यतिथि गुरु श्रीरामदासजी महाराज के सान्निध्य में मनाई गई। रामझरोखा कैलाशधाम के पीठाधीश्वर राष्ट्रीय संत श्रीसरजूदासजी महाराज ने बताया कि प्रात: सियारामजी गुरु महाराज का पूजन व अभिषेक किया गया। इसके बाद हवन एवं सत्संग प्रारंभ हुआ। इसी क्रम में गौशाला में गायों को हरा चारा व गुड़ खिलाकर गौसेवा कार्य किए गए। लगभग 12 बजे यज्ञ पूर्णाहुति के पश्चात् सबसे पहले संत-महात्माओं को भोजन करवाकर कम्बल व दक्षिणा प्रदान कर सम्मान किया गया। संत-महात्माओं के पश्चात् श्रद्धालुओं ने प्रसादी ग्रहण की। रघुवीरदासजी महाराज ने बताया कि महामंडलेश्वर श्री सरजूदासजी महाराज का बसन्त पंचमी से गंगादशहरे तक रोजाना तीन घंटे तक कोट खपड़ धुनि का अनुष्ठान प्रारंभ हो गया है। यह तप गत 16 वर्षों से करते आ रहे हैं, इस बार 17वां वर्ष है। लगातार चार माह तक चलने वाले इस तप को 18 वर्षों तक किया जाता है। साधना में मूल रूप से राम नाम के मंत्र का जप किया जाता है। यह तप स्वयं के लिए नहीं बल्कि संसार कल्याण के लिए होता है। गौरतलब है कि श्रीसरजूदासजी महाराज को नौ वर्ष की उम्र में संतों का सान्निध्य मिल गया। अधिकतम समय मथुरा में बिताने वाले श्रीसरजूदासजी ने श्रीश्री 108 श्री श्यामदासजी महात्यागी से दीक्षा ली तथा वृन्दावन विद्यालय के गुरुकुल से शिक्षा ग्रहण की। उज्जैन महाकुंभ में महामंडलेश्वर पद पर विराजित सरजूदासजी ने 2016 में तथा 2017 में रामझरोखा कैलाश धाम के महंत पद की गद्दी संभाली।