पेशे से उद्घोषक, इन्वेस्टिगेटिव पत्रकार लेकिन शौक ज्योतिष,श्रीमद् भगवतगीता और धर्म के प्रचार प्रसार का था। दीपक गोस्वामी 2003 में बीकानेर से निकले तो थे
आकाशवाणी का श्रेष्ठ उदघोषक बनने लेकिन भाग्य विधाता ने उद्घोषक से बना दिया पत्रकार..!.लेकिन भाग्य नें पत्रकारिता की ऐसी सनक दी की जीवन में हद तक काम करना लिखा था ! इसी के चलते देश के अनेकों प्रतिष्ठित न्यूज़ चैनल्स में अपनी ईमानदारी और मेहनत से कार्य किया । इसी दौरान कई नामी गिरामी लोगों से संपर्क हुआ…20 साल तक मीडिया और फैशन की चमक दमक के बावजूद आप अपने कुल और वल्लभाचार्य सम्प्रदाय के संस्कारों को नही भूले। आप अध्यात्म की ओर निरंतर अग्रसर रहे…आपनें ख्यातनाम लोगों को अर्श से फर्श तक गिरते हुए देखा तो कईयों को शिफर से शिखर तक जाते हुए भी देखा..! उनके भाग्य की लकीरों को और उनके ग्रह नक्षत्रो को पढ़कर समझ में आया की सफलता कर्म की दासी तो होती है लेकिन उसके लिए कर्म,भाग्य और किस्मत भी ज़रूरी है…!
दीपक वल्लभ गोस्वामी का कहना है की श्रीमद् भगवत गीता जीवन का वो नियम है जो हम सब भूल चुके है। इसी कारण हम कष्ट पा रहे है क्योंकि गीता के अनुसार जीवन के नियम हमें स्वतंत्र करते है ना की बांधते है। हम सोचते है की आध्यात्मिक नियम हमें बाँध रहे है। हम आध्यात्म हमारी परंपरा,संस्कृति से दूर होते जा रहे है इसी लिए कष्ट,परेशानियां हमारे नजदीक आ रहे है.दीपक वल्लभ गोस्वामी को आधुनिक विचार धारा के साथ साथ अध्यात्म की सूक्ष्म जानकारी होने से आपके चाहने वालों की लंबी फहरिश्त है । 2018 में आपने आध्यात्मिक ज्ञानम् संस्थान की स्थापना भी की, जिसके माध्यम से आप सनातन धर्म, कला,संस्कृति, देशहित के प्रचार प्रसार में लगे है।
जयपुर के बिलवा रोड स्थित श्री राधा सरल बिहारी मंदिर में करीब 38 बीघा जमीन पर बने इस भव्य और अदभुत मंदिर में श्री कृष्णा और राधा के अलौकिक विग्रह है वहीं श्रीनाथ जी,तिरुपति बाला जी सहित शिव परिवार,सर्लेश्वरि देवी सहित हनुमान जी का विग्रह भी है। भक्तों के लिए गौ शाला बैठने रहने उचित व्यवस्था के साथ साथ खाने पीने पूजा सामग्री की व्यवस्था भी है। देश की जानी मानी व्यवसाई और समाज सेवी श्रीमती सरला गुप्ता ने 2007 में अपने पति की याद में इस मंदिर का निर्माण भक्तों के लिए करवाया था।
वर्तमान में श्री दीपक वल्लभ गोस्वामी इस भव्य और अदभुत मंदिर श्री राधा सरल बिहारी जी के “महंत” पद पर निःस्वार्थ भाव से सेवा कार्य कर रहे है।
जहां भक्तों को सनातन संस्कृति और श्रीमद भगवत गीता, ज्योतिष, वास्तु, का पूर्ण ज्ञान दिया जा रहा है.! साथ ही असहाय युवा और बुजुर्गों की सेवा में कार्य कर रहे है,अनेक दिव्यांग व्यक्तियों बुजुर्गों के लिए भोजन, शिक्षा रोजगार दिलवाने के क्षेत्र में भी कार्य कर रहे है। पुरातन मंदिरों के नवीनीकरण के लिए भी आप अपने भक्तों और दान दाताओं के साथ मिलकर कार्य कर रहे है। देश के अनेक विश्व विद्यालयों स्कूलों और अनेक संथाओं के माध्यम से गोस्वामी युवाओं में धर्म की अलख जगा रहे है।
श्री राधा सरल बिहारी जी के मंदिर में आप “सरल गौ शाला” का भी चला रहे है। जहां अच्छी नस्ल की करीब 25 गाय और 5 बछड़े है। गाय और बछड़ों की सेवा के साथ साथ आप भक्तों को “गौ सेवा” के लिए भी प्रेरित करते है। जल्द ही मंदिर परिसर में आप युवाओं के लिए गुरुकुल
की शिक्षा जैसे भगवतगीता, शास्त्री,आचार्य,पंडित ज्योतिष,वास्तु ज्ञान के कोर्स की शुरुआत भी करने वाले है । जिसमें देश के जाने माने संत,महात्मा ज्ञान की गंगा बहाएंगे।
कुछ सालों में ही श्री राधा सरल बिहारी मंदिर में देश और दुनिया के हजारों धर्मावलंबी, सनातन धर्म प्रेमी सदस्य बनकर शांतिपूर्ण जीवन को अपनाकर आगे बढ़ रहे है।
आप अनेकों राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं से भी जुड़े है। आपको पत्रकारिता सहित धर्म और ज्योतिष के लिए अनेकों सम्मान से सम्मानित किया जा चुका है ।