-आचार्य श्री ने भी भागलपुर कुप्पाघाट में सभी साधू संतो के साथ मिलकर जलाए दीप ।
बिहार(सुपौल) ओम एक्सप्रेस ब्यूरों। कोरोना वायरस के चक्र को तोड़ने के लिए 21 दिन का लॉकडाउन किया है। इसी बीच रविवार की रात नौ बजे सुपौल जिले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर घरों की बत्ती बंद कर एकता के दीपक जलाए। दीयों की रोशनी से जिले जगमगा उठा। नौ मिनट तक दीपक जलाकर कोरोना वायरस से लड़ने की दृढ़ इच्छाशक्ति दिखाई। बड़ी संख्या में लोगों ने मोमबत्ती और मोबाइल की टार्च भी जलाई।
बच्चों, युवाओं और महिलाओं में गजब का उत्साह देखा गया।रविवार को संतो के तपोभूमि व 21 सदी के महान संत अखिल भारतीय संतमंत के वर्तमान आचार्य पूज्यपाद हरिनन्दन परमहंस जी महाराज जन्मस्थली त्रिवेणीगंज अनुमंडल क्षेत्र के मचहा(कुशहा) गांव में भी आस्था का चढ़ा रंग चढ़ा रहा।आचार्य श्री के आदेशानुसार गांव के सभी लीग रात्रि के 9 बजे एकता के दीये जलाए।आचार्य श्री ने भी भागलपुर कुप्पाघाट में सभी साधू संतो के साथ मिलकर दीप जलाए । इस दौरान सोश्ल डिस्टेंकिंग का भी पूरा ख्याल रखा गया।
कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिए केंद्र और प्रदेश सरकार ने कई कदम उठाए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोगों से घरों में रहने की अपील करते हुए 21 दिन का लॉकडाउन लागू कर रखा है। कोरोना वायरस रूपी अंधेरों को मिटाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोगों से अपील की थी कि रविवार रात नौ बजे अपने घरों की बत्ती बंद कर सभी उम्मीद का दीया जलाए।
लोग घरों से बाहर न निकले, बल्कि अपने घर की छत और बालकनी पर खड़े होकर दीपक जलाए। रविवार को दिनभर लोग दीपक जलाने की तैयारी में जुटे रहे। लोगों ने मिट्टी के दीपक तैयार तलाश किए। साथ ही घी, तेल और बाती का प्रबंध किया। जो लोग इस सामग्री को एकत्र नहीं कर पाए उन्होंने मोमबत्ती जलाने का निश्चय किया।