

बीकानेर नमकीन भंडार के कारखाने डीआरएम आॅफिस के सामने से इसकी शुरूआत 26 मार्च को हुई जिसमें रोजाना भोजन के 2500 पैकेट जरूरतमंदों में वितरित किये जाने लगे। 30 मार्च से रोजाना भोजन के 5000 पैकेट का वितरण प्रारंभ हुआ। जो अनवरत चलता हुआ आज भोजन के लगभग 7000-8000 पैकेट प्रतिदिन वितरण होने लगा है। इसके अलावा भोजन बनाने की सुखी सामग्री के भी लगभग 900 किट का विभिन्न क्षेत्रों में वितरण किया गया है। खाने के एक पैकेट में 5 पूड़ी, सब्जी व अचार डाला गया है। बीकानेर स्थाना दिवस आखाबीज व आखातीज को पूड़ी सब्जी के स्थान पर गेहूं का खिचड़ा, घी, बडी की सब्जी व इमलानी का भी वितरण किया गया।यहां बने भोजन के पैकेट मुख्यतः गोपेशवर बस्ती, नायकों का मौहल्ला, सुजानदेसर, भीनासर, किसमीदेसर, रानीसर बास, मोहता सराय, गुलजार बस्ती, वैश्णों धाम क्षेत्र, उदासर, तिलक नगर, मुक्ताप्रसाद नगर, पाबू बारी, सर्वोदय बस्ती, सूरसागर, रामपुरा बस्ती, मेघवाल वाल्मिकी मौहल्ला, बंगला नगर, षिववाड़ी ऐरिया सहित बीकानेर के अनेक वार्डों में आवष्यकतानुसार गरीब व जरूरतमंदो को वितरित किये गये है।


कोरोना महामारी में जनसेवा के इस महत्ती कार्य में शिववरतन अग्रवाल के नेतृत्व में वैष्य समाज के बीकानेर नमकीन भंडार ने कारखाना व लेबर निःशुल्क उपलब्ध करवाये, हलवाई भगतसिंह ने निःशुल्क सेवा प्रदान की है। इसके अलावा श्री अग्रसेन भवन तथा माली समाज शिव पार्वती भवन वालों ने खाना बनाने व वितरिक करने के लिये अपनी जगह निःशुल्क प्रदान की है।
