बीकानेर, 26 अक्टूबर। जैन श्वेताम्बर खरतरगच्छाधिपति आचार्यश्री जिन मणि प्रभ सूरिश्वरजी म.सा. की आज्ञानुवर्ती साध्वीश्री शशि प्रभाश्रीजी.म.सा. के सान्निध्य में ढढ्ढा कोटड़ी में आयोजित तीन दिवसीय बाल संस्कार निर्माण शिविर शनिवार को ढढ्ढा कोटड़ी में सपन्न हुआ वहीं नवग्रह व महालक्ष्मी का विशेष जप अनुष्ठान शुरू हुआ। सुबह छह बजे से साढ़े सात बजे तक चलने वाले जाप तथा उसे बाद साढ़े छह से साढ़े सात बजे तक चलने वाले उतराध्यान सूत्र के वांचन के अनुष्ठान में बड़ी संख्या में श्रावक-श्राविकाएं ध्वल वस्त्र पहन कर हिस्सा ले रहे हैं।
संस्कार निर्माण शिविर में साध्वीश्री सौम्यगुणा के निदे्र्रशन में शनिवार को विविध गतिविधियां हुई। पारितोषिक वितरण किया गया तथा साध्वीश्री संवेग प्रज्ञा और साध्वीश्री श्रमणी प्रज्ञा ने जैनिज्म, पटाखों से होने वाले प्रदूषण के बारे में बताया तथा बच्चों को स्वास्तिक व अन्य मांगलिक और पूजनीय प्रतीक चिन्हों को बनाने का प्रशिक्षण दिया। बच्चों के रोचक व प्रेरणादायक खेल हुए तथा विजय स्वामी ने सुन्दर अक्षर लिखने का ज्ञान करवाया।
प्रशिक्षणार्थी भिनव नाहटा, अनंत कोचर, पुलकित कोचर, रौनक नाहटा, हेमंत सुराणा, मुक्ति भुगड़ी, टिंविकल नाहटा, प्रेरणा गोलछा, दिव्यांश्री कोचर व गर्वित ओझा ने ने पावर प्रजेन्टेशन के माध्यम से जैन धर्म, कला व संस्कृति पर पावर प्रजेन्टेशन किया। विविध गतिविधियों में अव्वल रहे बच्चों को के.यू.प. की ओर से पुरस्कृृत किया गया। बच्चों के भोजन का लाभ सम्पूर्ण चातुर्मास में भोजन व्यवस्था के लाभार्थी कन्हैयालाल महावीर तथा नमन कुमार नाहटा परिवार ने लिया।
महालक्ष्मी जाप- साध्वीश्री सौम्यगुणा ने शनिवार को सूर्य,चन्द्र व मंगल, नवग्रह व महालक्ष्मी का जाप करवाया। वे रविवार को सुबह बुध,गुरु व शुक्र ग्रह तथा महालक्ष्मी का जाप सुबह छह बजे से साढे सात बजे तक करवाएंगी। उसके बाद साढे सात बजे से नौ बजे तक उतराध्यन सूत्र के 12 अध्यायों का पाठ करेंगी। साध्वीश्री के सान्निध्य में भगवान महावीर के निर्वाण दिवस और गौतम स्वामी के केवल्य ज्ञान के निमित तेले की तपस्याएं शुरू हुई।