बांका , अनमोल कुमार ।

नवरात्रा के पावन पर्व , प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय आश्रम नगर बांका में धूमधाम से मनाया गया ।इस पावन पावन पर्व पर राजयोगिनी बीके वैष्णवी दीदी जी ने बताइए कि, मधु और कैटभ नामक असुर ने सभी देवी देवताओं को बंदी बना रखा था। तब ब्रह्मा जी के द्वारा आदि कन्या प्रकट हुई तब उस कन्या ने मधु और कैटभ नामक असुर का संहार कर सभी देवी देवताओं को आजाद कराया।वास्तव में यह कहानी इस समय की है, मधु अर्थात ,काम लोभ ,मोह ,कैटभ अर्थात क्रोध,और अहंकार जैसे आसुरी वृत्ति ने सभी देवकुल की आत्माओं को चंगुल में फंसा लिया है। ऐसे समय पर परमपिता परमात्मा साकार माध्यम प्रजापिता ब्रह्मा द्वारा ज्ञान का कलश माताओं कन्याओं पर रखा। जिनको ब्रम्हाकुमारी का नाम दिया गया।इन्ही ब्रम्हाकुमारी भाई बहनों ने खुद को इन विकारों से मुक्त हो ,पूरे भारत को इन विकारों से मुक्त करा कर स्वर्णिम भारत के स्थापना करते हैं। यही वास्तव में सच्ची दुर्गा पूजा मनाना है। मौके पर बीके मदन,बीके अमरजीत बीके यदुनंदन मौजूद थे ।