बीकानेर। सत्य की सीमा व्यापक है, सत्य किसी एक सम्प्रदाय में सीमित नहीं है। उक्त विचार साध्वी अक्षयदर्शना ने मंगलवार को रांगड़ी चौक स्थित पौषधशाला में व्यक्त किए। साध्वी अक्षयदर्शना ने कहा कि महापुरुष किसी की श्रद्धा को ठेस नहीं पहुंचाते हैं वे दृष्टि परिवर्तन कर देते हैं। चातुर्मासिक आयोजन के तहत प्रवचन शृंखला में साध्वी सौम्यदर्शना ने कहा कि उत्तम पुरुष सबको एक नजर से देखते हैं। सामान्य अथवा अपने से कमजोर व्यक्ति का अवश्य सहयोग करें और उसे आगे बढऩे के लिए प्रेरित करें। श्री जैन श्वेताम्बर तपागच्छ श्री संघ के अध्यक्ष रिखबचंद सिरोहिया ने बताया कि 28 दिवसीय गौतम लब्धि तप के नियम-व्रतादि भी निरंतर जारी हैं। गौरतलब है कि शांत सुधारस एवं त्रिषष्ठी पुरुष शलाका सूत्र मूलचंद पुष्पा देवी सुरेन्द्र जैन बद्धाणी परिवार द्वारा वोहराया गया था। उक्त सूत्रों का पूरे चार माह वाचन होगा। आज की संघपूजा का लाभ सुरेन्द्र जैन बद्धाणी ने लिया।