बीकानेर- ओम एक्सप्रेस। केंद्र सरकार द्वारा निजीकरण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से ट्रेनों के संचालन की कमान निजी हाथों में देने की तैयारी की जा रही है। इस निर्णय के बाद रेलयात्री सेवा सुविधा समिति द्वारा रानीबाजार औद्योगिक क्षेत्र में परिचर्चा का आयोजन किया गया जिसमें समिति से जुड़े सदस्यों ने कहा कि सरकार को ट्रेनों के संचालन का जिम्मा निजी हाथों में देने के निर्णय पर पुनर्विचार करना चाहिए। समिति के अध्यक्ष वेदप्रकाश अग्रवाल ने कहा कि मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार भारतीय रेलवे द्वारा देशभर में सौ से अधिक रुटों पर निजी कंपनियों को ट्रेनों के संचालन का जिम्मा दिया जा रहा है। यदि ऐसा होगा तो ठीक नहीं होगा क्यूंकि भारतीय रेल ही देश की जीवन रेखा है, जिसने आधुनिक भारत को जन्म दिया। रेल ने भारत को आधुनिकता प्रदान की तथा इसके विशाल नेटवर्क ने इस उपमहाद्वीप के एक कोने से दूसरे कोने को आपस में मिलाने का काम किया। अग्रवाल ने कहा कि साथ ही परिवहन, व्यापार, संचार को भी बेहतर बनाया। समिति से जुड़े मक्खनलाल अग्रवाल ने कहा कि भारतीय रेलवे चारों दिशाओं से जोड़ती है। कहीं मिनी भारत देखना हो तो रेल के डिब्बे से सटीक जगह और कोई हो ही नहीं सकती। रेल सबको एक सूत्र में बांधती है, स्थलों और दिलों को मिलाने का काम करती है। इसकी कमान निजी हाथों में देने का निर्णय हित में नहीं होगा। परिचर्चा में प्रेमकुमार, मनोजकुमार सहित अनेक ने विचार रखे।