बीकानेर, 13 नवम्बर। श्री श्वेताम्बर जैन खरतरगच्छाधिपति आचार्यश्री जिन मणि प्रभ सूरिश्वरजी म.सा. की आज्ञानुवर्ती साध्वीश्री शशि प्रभाश्रीजी.म.सा ने कहा है कि श्री खरतरगच्छ युवा परिषद के युवाओं ने बीकानेर में चातुर्मास व उसमें अनुकरणीय, प्रेरणादायक तथा सर्वहितकारी कार्यक्रमों को सफलता से करवाकर भारत में अनूठा इतिहास रचा है। युवा वर्ग इनसे प्रेरणा लेकर देव, गुरु व धर्म की साधना आराधना, भक्ति और संस्कार निर्माण के समर्पण से सीख लेकर सर्व समाज में भगवान महावीर के शासन की प्रभावना में सहभागी बनें। भगवान महावीर के ’’अहिंसा परमोधर्म’’ के सिद्धान्त को जन-जन तक पहुचाएं।

साध्वीश्री बुधवार को ढढ्ढा कोटड़ी में अपने चातुर्मास के समापन पर कृतज्ञता ज्ञापन समारोह में प्रवचन कर रहीं थीं। समारोह में चातुर्मास के दौरान भोजन व्यवस्था का लाभ लेने वाले कन्हैयालाल, महावीर कुमार व नमन कुमार नाहटा, महावीर भवन सुलभ करवाने के लिए चिंतामणि जैन मंदिर प्रन्यास के अध्यक्ष निर्मल धारीवाल, सूरज भवन के लिए राजकमल सिपानी, संगीतकार मगन कोचर, सुनील पारख, अरिहंत नाहटा, साध्वीश्री के आवास सुलभ करवाने के लिए वरिष्ठ श्राविका पुष्पा बोथरा, ज्योतिषाचार्य मुकेश भादाणी, गजनेर कोटड़ा धर्मशाला के श्री श्याम, खरतरगच्छ संघ उदयरामसर, प्रशासनिक सहयोग के लिए सुमित कोचर, चिकित्सक डॉ.मयंक खत्री, सुगनीदेवी जैसराज बैद चैरिटेबल ट्रस्ट, पांडाल व्यवस्था सहयोग के लिए ममोल देवी दुगड़ परिवार, सेवा कार्यों के लिए जय पुरोहित सहित विभिन्न तरह की सेवाएं देने वालों को सम्मानित किया गया। उन्हें खरतरगच्छ युवा परिषद के अध्यक्ष राजीव खजांची, मंत्री मनीष नाहटा, सह सचिव अनिल सुराणा, प्रचार मंत्री हिमांशु सेठिया, राकेश बांठिया, पंकज गुलगुलिया,धवल नाहटा, महेन्द्र नाहटा, धीरज गोलछा आदि ने सम्मानित किया।

साध्वीश्री शशि प्रभा ने प्रवचन में कहा कि चातुर्मास से प्रेरणा लेकर, क्रोध और जिव्हा पर नियंत्रण रखे तथा मौन रहे। परिवार, संघ व समाज ही देश मेंं शांति के लिए क्रोध पर नियंत्रण व मौन की साधना व भगवान महावीर के सत्य,अहिंसा,अचौर्य, ब्रह््मचर्य आदि की स्थापना जरूरी है । उन्होंने कहा कि पाप कर्मों से बचे तथा पुण्यार्जन करें।
सुबह नौ बजे से दोपहर एक बजे तक बजे तक चले मैराथन समारोह में श्री खरतरगच्छ युवा परिषद के अध्यक्ष राजीव खजांची, मंत्री मनीष नाहटा, पुनेश मुसरफ ने चातुर्मास के दौरान हुई गतिविधियों का विवरण प्रस्तुत किया। वहीं सामयिक मंडल, विचक्षण महिला मंडल, सरिता नाहटा,राशि पारख, टिविंकल नाहटा,धर्मजी छाजेड़ ने भाव के माध्यम से, वरिष्ठ गायक मगन कोचर, सुनील पारख व फाजिल्का से आई नन्हीं बालिका याशी सावन सुखा ने देव, गुरु व प्रभु भक्ति के गीत के माध्यम से साध्वीवृंद का सम्मान किया। रेल दादाबाड़ी में मंदिर निर्माण का लाभ लेने वाले झंवर लाल, मनोज सेठिया ने कोटड़ा गौ शाला में पशुओं के चिकित्सा के लिए 10 हजार रुपए की राशि भेंट की । साध्वीश्री सौम्यगुणा ने पूर्व में प्रवचन करते हुए चातुर्मास के दौरान मन, वचन व कर्म से हुई भूल पर क्षमा याचना की।
साध्वीश्री शशि प्रभा म.सा. ने रांगड़ी चौक के सुगनजी महाराज के उपासरे में जाकर क्षमा कल्याण जी महाराज व अन्य मंदिरों के दर्शन किए तथा संयमपूर्णा से धर्म चर्चा की तथा उनके उत्तम स्वास्थ्य के साथ भगवान महावीर के शासन की प्रभावना करने की कामना की । , मौन एकादशी तक बीकानेर में-साध्वीश्री शशि प्रभा व सहवृति साध्वीवृंद मौन एकादशी तक बीकानेर में रहेंगी। उनके चातुर्मास के नियम पूर्ण होने पर उन्होंने श्रावक-श्राविकाओं के साथ गंगाशहर मार्ग की रेलदादाबाड़ी में स्थान परिवर्तन किया।

आज पुनः निकलेगी भगवान की सवारी
बीकानेर 13 नवम्बर । श्वेताम्बर जैन खरतरगच्छाधिपति आचार्यश्री जिन मणि प्रभ सूरिश्वरजी म.सा. की आज्ञानुवर्ती साध्वीश्री शशि प्रभाश्रीजी.म.सा. उनकी सहवृति साध्वीवृंद के सान्निध्य में चिंतामणि जैन मंदिर प्रन्यास की ओर से श्री सकल श्रीसंघ के सहयोग से गुरुवार को सुबह नौ बजे गोगागेट के पास की गौड़ी पार्श्वनाथ परिसर में भगवान महावीर की सवारी पुन‘ः निकलेगी।
श्री चिंतामणि जैन मंदिर प्रन्यास के अध्यक्ष निर्मल धारीवाल ने बताया कि सवारी गंगाशहर स्टेशन मार्ग, कोटगेट लाभुजी का कटला, ठठेरा, मुकीम बोथरा चौक, रांगडी चौक सहित जैन समाज की विभिन्न गवाड़ों से होते हुए चिंतामणि जैन मंदिर पहुंचकर संपन्न होगी।
प्रन्यास के सचिव चन्द्र सिंह पारख ने बताया कि बुधवार को गौड़ पार्श्वनाथ में भगवान की प्रतिमा का पूजा की गई। साध्वीश्री शशि प्रभा व उनकी सहवृति साध्वीवृंद ने मंदिर में दर्शन किए । सवारी में कोचर मंडल, आदिश्वर मंडल, जैन मंडल, वीर मंडल, महावीर मंडल आदि भजन मंडलियों की ओर से जगह-जगह गाए गए भक्ति गीतों प्रस्तुत करेंगे। सवारी मेंं भगवन महावीर के जीवन आदशों के चित्र, चांदी का सिंहासन, चांदी का कल्पवृक्ष शामिल होगा।