फोटो-रांगड़ी चौक के सुगनजी महाराज के उपासरे में रविवार को चातुर्मासिक प्रवेश के बाद प्रवचन करते हुए साध्वीश्री अक्षय निधि म.सा.

– भीतर में मम व अहंकार का त्याग करें-साध्वीश्री अक्षय निधिश्रीजी
बीकानेर, । जैन श्वेताम्बर खरतरगच्छ संघ की मरुधर ज्योति साध्वीश्री मणिप्रभा श्रीजी व साध्वीश्री संयमपूर्णा म.सा. की शिष्याओं साध्वीश्री अक्षय निधि, आराधनाश्री, श्रद्धानिधि व क्षमानिधि म.सा. का चातुर्मासिक मंगल प्रवेश रविवार को रांगड़ी चौक के सुगनजी महाराज के उपासरे किया।
साध्वीवृृंद गोगागेट की गौड़ी पार्श्वनाथ से श्रावक-श्राविकाओं के साथ भुजिया बाजार के चिंतामणिजी जैन मंदिर, नाहटा चौक के आदिश्वर भगवान आदि जैन मंदिरों में दर्शन-वंदन करते हुए सुगनजी महाराज के उपासरे पहुंची। उनका चातुर्मासिक प्रवेश मार्ग में अनेक स्थानों पर जयकारा लगाकर गवळी सजाकर श्रावक-श्राविकाओं ने वंदन-अभिनंदन किया। साध्वीश्री का 22 जुलाई से सुगनजी के उपासरे में सुबह सवा नौ बजे से दस बजे तक नियमित प्रवचन करोना गाइड लाइन की पालना करते हुए होगा।
साध्वीश्री अक्षय निधि ने प्रवचन में कहा कि भीतर के मम व अहंकार का त्यागकर आत्म मंगल करें। अपने मंें व्याप्त कषायों व दुर्गुणों और विषय, वासनाओं का त्याग कर आत्म मूल्यांकन, चिंतन व जागृृति के प्रयास करें। देव वंदन, पूजन, सत्संग, जप व तप तथा अपने आपका परिचय करें। साध्वीश्री आराधनाश्री, क्षमानिधि म.सा.ने देव, गुरु की भक्ति रचना के साथ प्रवचन किए।

सुगनजी महाराज का उपासरा ट्रस्ट के पदाधिकारियों व चातुर्मास व्यवस्था समिति के चातुर्मास व्यवस्था समिति के सरक्षक थानमल बोथरा, महावीर सिंह जी खजांची, समिति संयोजक निर्मल पारख, सदस्य शांति लाल सुराणा व भीखम चंद बरड़िया और उपासरा ट्रस्ट के मंत्री रतन लाल नाहटा, श्री चिंतामणि जैन मंदिर प्रन्यास के अध्यक्ष निर्मल धारिवाल व राजेन्द्र लूणिया आदि ने उपासरे में साघ्वीश्री का वंदन कर स्वागत किया। वरिष्ठ श्रावक निर्मल पारख ने स्वागत भाषण, विच़क्षण महिला मंडल व सामायिक मंडल और वरिष्ठ गायक मगन कोचर ने भक्ति गीत व गुरुवंदना प्रस्तुति की तथा श्रीमती सुशीला गुलगुलिया और मनीष पारख ने अपने भाव व्यक्त किए।