बीकानेर, 29 सितम्बर। खरतरगच्छाधिपति आचार्यश्री मणि प्रभ सूरिश्वरजी के चतुर्थ पीठिका न्यास, एवं सज्जनमणि प्रवर्तिनी साध्वीश्री शशि प्रभा म.सा. के 76 वें जन्म प्रवास और पन्द्रह छोड़ का उद्यापन निमित सोमवार को पांच शताब्दी से अधिक प्राचीन भांडाशाह जैन मंदिर में पंचाह्निका महोत्सव शुरू हुआ। महोत्सव के तहत मंगलवार को भांडाशाह जैन मंदिर में सुबह साढ़े आठ बजे ध्वजारोहण व सत्रह भेदी पूजा होगी।

साध्वीश्री के स्वर्णिम चातुर्मास, मासक्षमण, सोलह, नवरंगी एवं विविध तप सुवास की अनुमोदनार्थ श्री चिंतामणि जैन मंदिर प्रन्यास की ओर से श्री जैन श्वेताम्बर खरतरगच्छ संघ व खरतरगच्छ युवा परिषद के सहयोग से आयोजित होने वाले महोत्सव के तहत 3 अक्टूबर तक विविध कार्यक्रम होंगे।

महोत्सव के प्रथम दिन प्रवर्तिनी साध्वी श्री शशि प्रभा व उनकी सहवृति साध्वीवृंद की साक्षी में अट्ठारह अभिषेक में परमात्मा का मंगलमय विधान स्थापित कर भक्ति संगीत व जैनाचार्यों द्वारा रचित मंत्रों से स्वर्णजल, पंच रत्न, सद्औषधि, पंचामृत, कस्तुरी, कर्पूर, 18 तीर्थजल, गुलाबजल, केसर, कषाय चूर्ण, अम्बर, गोरोचन से नीमच के भाई संजय ककरेचा ने जैन विधान के अनुसार अभिषेक करवाया। करीब चार घंटें चले अभिषेक में एडवोकेट मनोज नाहटा, टिविंकल नाहटा, फलौदी की कोमल बच्छावत, बालक भिनव नाहटा, चित्रा पारख सहित अनेक श्रावक-श्राविकाओं ने ’’ ये है पावन भूमि, ’’ तुने भगवान’’, ’’ श्रीमंधर स्वामी के पास’’, ’’ सिलसिला ये टूटे ना’’ ’’ ’’तेरी शरणे आया सीमंधराख् पावन पद में पाया सींमंधरा’’ आदि भक्ति गीत पेश किए। बालक भिवन नाहटा ने स्नात्र पूजा व बड़ी पूजा के जैनाचार्यों के धारा प्रवाह मंत्र बोलकर भक्ति भाव को बढ़ा दिया। खरतरगच्छ युवक परिषद के अध्यक्ष राजीव खंजांची ने श्रीमंधर स्वामी के मंदिर में सपत्नीक पूजन व आरती करवाई।

शाम को भक्ति संगीत संध्या में स्थानीय कलाकारों ने भक्ति रचनाएं पेश की।
श्री चिंतामणि जैन मंदिर प्रन्यास के अध्यक्ष निर्मल धारीवाल ने बताया कि 30 सितम्बर को ध्वजारोहण और सत्रह भेदी पूजा, एक अक्टूबर मंगलवार को बागड़ी मोहल्ले की ढढ्ढा कोटड़ी में 108 जोड़ों के साथ पाश्र्वनाथ महापूजन, बुधवार 2 अक्टूबर को 108 जोड़ों के साथ ही दादा गुरुदेव का महापूजन, तपस्वी बहुमान समारोह,विविध प्रतियोगिता के परिणाम एवं पुरस्कार वितरण तथा 4 अक्टूबर गुरुवार को 48 जोड़ों के साथ भक्तामर महापूजन होगा। पूजन के विधिकारक यशवंत गोलछा होंगे। प्रन्यास के मंत्री चन्द्र पारख ने बताया कि मंगलवार को सत्रह भेदी पूजा व ध्वजारोहण, कायम ध्वजा के मूलनायकजी के लाभार्थी पुरखचंद, धनराज दीपचंद डागा, पूर्व में विजय कुमार अशोक कुमार पुखराज डागा, पश्चिम में अनुराग, विपुल कोचर, उतर में श्रीमती शशि देवी व अंजू लूणिया, दक्षिण में पूनमचंद सुरेश कुमार गोलछा, श्रीमंदर स्वामीजी के मंदिर में श्री मोतीचंद, नरेन्द्र कुमार खजांची परिवार होंगे।