हर्षित सैनी
रोहतक, 8 अक्टूबर। हरियाणा प्रादेशिक हिंदी साहित्य सम्मेलन सिरसा द्वारा संचालित हरियाणा प्रादेशिक लघुकथा मंच द्वारा रोहतक के, हरियाणा साहित्य अकादमी के बाबू बालमुकुंद गुप्त साहित्य सम्मान से सम्मानित मधुकांत को लघुकथा के विकास एवं संवर्धन में महत्वपूर्ण योगदान हेतु अखिल भारतीय सम्मेलन में मातुश्री विद्या देवी स्मृति लघु कथा साहित्य सारस्वत सम्मान, मंचासीन मुख्य अतिथि लाजपत राय गर्ग, अध्यक्ष डॉ. प्रेम कंबोज, विशिष्ट अतिथि पवन कुमार गर्ग, संयोजक प्रोफेसर रूप देवगुण डॉक्टर शील कौशिक, हरीश सेठी, राजकुमार निजात द्वारा प्रदान किया गया। इसी समारोह में रोहतक के वरिष्ठ साहित्यकार प्रोफेसर शामलाल कौशल को भी लघुकथा सेवी सम्मान 2019 से नवाजा गया।

प्रथम सत्र में मधुकांत की पुस्तक समाज उत्थान की लघुकथाएं तथा लेखक विजय विभोर के लघुकथा संग्रह फिर वही पहली रात का लोकार्पण भी हुआ। ज्ञातव्य है कि लोकार्पिक पुस्तक मधुकांत का लघुकथा संग्रह, लघुकथा विधा पर 20वीं पुस्तक है तथा विजय विभोर का दूसरा लघुकथा संग्रह प्रकाशित हुआ है!
लोकार्पित पुस्तकों में लघुकथा मंजूषा जिसका संयोजक विजय विभोर ने किया और संपादन रूप देवगुण, लाजपत राय गर्ग तथा ज्ञान प्रकाश पीयूष ने किया है। सिरसा साहित्य सदन के सभागार में देश के लगभग 100 साहित्यकार उपस्थित थे, जिसमें 11 साहित्यकारों को लघुकथा विधा में सशक्त काम करने के लिए सम्मानित किया गया।