बीकानेर, 26 अप्रेल। ’’वाहे गुरुजी का खालसा-वाहे गुरु जी की फतेह’’ ’’बोले सो निहाल सत्श्रीकाल’’ के उदघोष व सिमरन, गुरु नानक की मोबाइल से वाणी के श्रवण के साथ एक हजार लोगों को नियमित सुबह व एक हजार को शाम का खाना नसीब करवाकर बीकानेर के सिख व पंजाबी समाज के सेवाभावी लोग नियमित पुण्य कमा रहे है।
सेवाभावी सतकार योग साध संगत ने 25 मार्च को यह सेवा कार्य शुरू कर बीकानेर स्थापना दिवस अक्षया द्वितीया 25 अप्रेल को एक माह पूर्ण किया।बीकानेर शहर के विभिन्न इलाकों में नियमित ताजा व पोष्टिक खाना परोसने व उसको बनाने के कार्य में अनेक सेवा भावी लोग,गृृहणियों व युवाओं का अनुकरणीय सहयोग मिल रहा है। जरूरतमंदों की लंगर सेवा के तहत रामपुरा बस्ती के सरदार नाजर सिंह के घर में 125 लोगों का लंगर बनाकर व 20 परिवारों राशन किट दिया जा रहा है। गुरुद्वारा गुरु सिंह सभा रानी बाजार, गुरुद्वारा सार्दुल काॅलोनी अरोड़वंश, सिमरन सेवा सगंत, जीमण रेस्टोरेंट ,गुरु हरकिशन वैलफेयर सोसायटी, सिमरन सेवा संगत बीकानेर सेवाकार्यों को निष्ठा व ईमानदारी से लगे है। सेवा कार्याें से जुड़े हरविन्द्र सिंह भाटिया ने बताया कि शांति निवास वृृद्ध आश्रम सहित अनेक सेवा संस्थाओं में भी मांग के अनुसार सहयोग किया जा रहा है।
आयोजन से जुड़े पंजाबी महासभा के अध्यक्ष नरेश चुग, गजेन्द्र कपूर, यशपाल मेहंदीरता, विपिन पोपली, अनिक सिहं, मानव पोपली ,जितेन्द्र कुमार, मनदीप सिंह बैंक आॅफ बड़ौदा, भारतीय स्टेट बैंक के कर्मी तन, मन व धन से सेवा कार्यों से लगे हुए है।