– पिता अजय चौटाला वीआईपी गैलरी में बैठ बने इस ऐतिहासिक पलों के गवाह


चंडीगढ़, 4 नवम्बर। हरियाणा विधानसभा के इतिहास में यह पहला मौका है, जब मां और बेटा एक साथ विधायक बनकर विधानसभा पहुंचे। प्रदेश के डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला और उनकी मां नैना चौटाला ने सोमवार को सदन में विधायक पद की शपथ लेेने के साथ ही यह कीर्तिमान बनाया है।
जननायक जनता पार्टी के संरक्षक डा. अजय सिंह चौटाला की धर्मत्पनी नैना सिंह चौटाला दादरी जिले की बाढड़़ा विधानसभा सीट से विधायक चुनी गई है, वहीं उनका बेटा दुष्यंत चौटाला उचाना कलां हलके से जेजेपी पार्टी की टिकट पर जीते हैं। आज हरियाणा विधानसभा में मां नैना सिंह चौटाला और उनके बेटे दुष्यंत चौटाला ने एक साथ विधायक पद की शपथ ली। दोनों ही विधायक सत्ता पक्ष में बैठेंगे चूंकि जननायक जनता पार्टी ने भाजपा को अपना समर्थन दिया हुआ है।
यह भी महज एक संयोग है कि देश में 16वीं लोकसभा के इतिहास में सबसे कम उम्र के सांसद चुन कर जाने वाले दुष्यंत चौटाला इस बार हरियाणा विधानसभा में पहुंचने वाले सबसे कम उम्र के विधायक बने हैं। दुष्यंत चौटाला ने 31 साल की उम्र में विधायक व हरियाणा के उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली।


नैना चौटाला लगातार दूसरी बार विधायक चुन कर गई है। जेजेपी गठन से पहले नैना चौटाला डबवाली सीट से इनेलो की टिकट पर विधायक बनी थी। इस बार जेजेपी ने नैना चौटाला को बाढड़ा से टिकट दिया और उनके ज्येष्ठ पुत्र दुष्यंत चौटाला को उचाना कलां विधानसभा से चुनाव मैदान में उतारा और दोनों विजयी हुए।
इससे पहले प्रदेश की सियायत में मां-बेटे पहले भी विधायक बने हैं परन्तु एक ही विधानसभा में एक साथ नहीं बने। पूर्व मुख्यमंत्री भजनलाल की धर्मपत्नी जसमां देवी और उनका बेटा चंद्रमोहन व कुलदीप बिश्नोई भी विधायक चुने गए, पर उनका कार्यकाल अलग-अलग रहा है।


डबवाली से हरियाणा विधानसभा के सदस्य रहे जेजेपी के संरक्षक अजय चौटाला आज विधानसभा शपथ ग्रहण सत्र के ऐतिहासिक पलों के गवाह बने। डा. अजय चौटाला आज वीआईपी गैलरी में मौजूद थे और उन्होंने शपथ ग्रहण सत्र के हर पल को बड़े बारीकी से देखा। अजय चौटाला स्वयं दो बार राजस्थान से दातारामगढ़ और नोहर से विधायक चुन कर राजस्थान विधानसभा तक पहुंच चुके हैं। अजय चौटाला भिवानी लोकसभा क्षेत्र से सांसद व एक बार राज्यसभा के सासंद भी रहे।
लोकतंत्र के मंदिर में माथ टेक आगे बढ़े दुष्यंत चौटाला
आज विधानसभा सत्र का पहला दिन उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला के लिए ऐतिहासिक रहा। दुष्यंत चौटाला ने हरियाणा में लोकतंत्र के सबसे बड़े मंदिर हरियाणा विधानसभा परिसर की दहलीज पर माथा टेका और विधानसभा की धरा को नमन कर वे आगे बढ़े।
वे पहली बार हरियाणा विधानसभा में पहुंचे तो उनके साथ विधायक अनूप धानक, मां नैना चौटाला व भाई दिग्विजय सिंह चौटाला थे।
