बहुत से व्यक्ति की आदत होती है बातें बहुत करना बड़ी उची उची बातें करना, करना कुछ नहीं और जब कुछ काम करने का अवसर आये तो दूसरों को काम सौप देना। यह सब कुछ गलत आदत और गलत व्यवहार है। इस तरह हीरो बनने की कई लोगों को बड़ा शौक है। असली हीरो बातें नहीं करेगा या कम करेगा पर काम जरूर करेगा। कई लोग ऐसे भी हैं जब आप उन्हें बताते हैं कि मेरे शादी है या मेरे यहा कोई बीमार है या कोई और परेशानी की बात बताएंगे तो वे आपसे तुरंत पूछेगे यार मेरे लायक कोई काम हो तो बताना, फिकर मत करना। और जैसे ही आप उन्हे कोई काम बतायेगे तब वह तुरंत कोई न कोई बहाने का सहारा लेकर आपके बताए काम से बच जाएंगे।
ऐसे लोग सिर्फ बातें कर पाते हैं अपने आप को बड़ा हितेषी दिखाने के लिए पर वक्त आने पर वह सबसे पहले भागेंगे। इन्हें हम लोग सादी भाषा में मीठी छुरी बोलते हैं इनसे बचना बहुत आवश्यक है। सिर्फ बातें करने वाले और अपने आप को हितेषी दिखाने वाले से बचे। जरूरत से ज्यादा मीठा बोलने वालों से भी बचें। यह सब व्यवहारिक जीवन के कैंसर है जिसका इलाज सर्जरी ही है याने ऐसे लोगों को अपने संबंधों से काट पीट कर अलग कर दो। झांकी बाज लोगों से संबंध के बजाय की स्पष्ट बोलने वालों से ही संबंध रखें।
अशोक मेहता, इंदौर (लेखक, पत्रकार, पर्यावरणविद्)