जयपुर राजस्थान में 18 साल से ज्यादा उम्र के सभी लोगों को कल से फ्री वैक्सीनेशन की शुरुआत होगी.

इससे पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आज विभिन्न वर्गों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए ओपन संवाद किया. राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ ही सभी कैबिनेट और राज्यमंत्री, सांसद, विधायक, धर्मगुरु, विभिन्न समाजों के प्रतिनिधि, एनजीओ प्रतिनिधि और चिकित्सा विशेषज्ञ इस संवाद में शामिल हुए.

-वीसी को संबोधित करते हुए सीएम गहलोत ने कहा कि यह समय राजनीति का नहीं है, राजनीति को जिन्दगी भर होती रहेगी. उन्होंने कहा कि हम लोग यदि भारत सरकार को कोई फीडबैक देते हैं तो उसे आलोचना के रुप में नहीं लेना चाहिए. लेकिन कई बार इसे अन्यथा रुप में ले लिया जाता है.

गहलोत ने कहा कि 18 प्लस उम्र के लोगों को टीका लगाना राज्य सरकार के लिए संभव नहीं था तो बात केन्द्र सरकार को बताना हमारा धर्म था. इसके लिए हमें सुप्रीम कोर्ट तक जाना पड़ा. अगर हम लोग केन्द्र सरकार को कमियां नहीं बताएंगे तो उन्हें कैसे पता चलेगा कि देश क्या सोच रहा है. वीसी के दौरान सीएम गहलोत ने पिछले दिनों उठे वैक्सीन बर्बादी के मामले का जिक्र करते हुए कहा कि इस मामले में राजस्थान को बेवजह देश में बदनाम करने का प्रयास किया गया. मीडिया ने इस सम्बन्ध में भ्रामक खबरें चलाईं. यहां तक कि केंद्रीय मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने भी साढे़ 11 लाख वैक्सीन बर्बाद बताते हुए हमें पत्र लिख दिया.

उन्होंने कहा कि हमारे राज्य के आंकड़े उजागर किए गए जबकि दूसरे राज्यों के आंकड़े केवल प्रतिशत में बताए गये. गहलोत ने कहा कि केन्द्रीय मंत्री पत्र लिखने से पहले हमसे से ही इसकी सच्चाई जान लेते. गहलोत ने यह भी कहा कि इस संकट काल में भारत सरकार और राज्य सरकारों को मिलकर काम करना चाहिए और ऐसे वक्त में भेदभाव नजर नहीं आना चाहिए. जनता भी ऐसे विपरीत समय में हमारी लड़ाई देखती होगी तो क्या सोचती होगी, लेकिन कई बार नेताओं को उनके सलाहकार गलत सलाह दे देते हैं.

-अभी सिर्फ इंसानियत हो धर्म
गहलोत ने कहा कि अभी समय राजनीति से परे रहकर लोगों की सेवा करने का है. हम सभी को अभी सिर्फ इंसानियत को ही अपना धर्म मानना होगा और सोशल वर्कर की तरह काम करते हुए जरुरतमंद लोगों तक राहत पहुंचानी होगी. गहलोत ने कहा कि राजस्थान में तीसरी लहर से लड़ाई की एडवांस तैयारी कर ली गई है और जीनोम सिक्वेंसिंग भी प्रदेश में शुरु हो चुकी है. गहलोत ने कहा कि अभी सभी तरह के मतभेद भुलाकर सब को एक साथ मिलकर काम करने की जरुरत हैं.