_दिल्ली प्रदर्शन में बीकानेर के प्रतिनिधि भी शामिल


नई दिल्ली। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सहित कांग्रेस के कई दिग्गज नेताओं को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। ये सभी कांग्रेस अध्‍यक्ष सोनिया गांधी से ईडी की पूछताछ के विरोध में प्रदर्शन कर रहे थे। इसके पीछे कांग्रेस की नीति एक बार फिर केंद्र सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलने की लगती है। संभवतया इस नीति के तहत दिल्ली में कांग्रेस मुख्यालय के बाहर धरना-प्रदर्शन किया जा रहा है। जिसमें शामिल मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, सचिन पायलट, पूर्व केंद्रीय मंत्री भंवर जितेंद्र सिंह सहित कई कांग्रेसी नेताओं को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। प्रदर्शन में बीकानेर से भी कांग्रेस नेता शामिल होने पहुचे हैं। प्रदर्शनकारी ईडी के खिलाफ मार्च निकालने की तैयारी कर रहे थे। दिल्ली पुलिस ने पहले बैरिकेडिंग कर उन्हें रोकने की कोशिश की फिर इन सभी को बस में बिठाकर ले गई।

मुख्‍यमंत्री अशोक गहलोत ने केंद्र सरकार और बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा कि ईडी सरकार बनाने और गिराने का हथियार बन गया है। उन्होंने बीजेपी पर सरकार गिराने का आरोप लगाते हुए कहा, ‘ये सरकारें गिराकर गर्व महसूस करते हैं। ये अब विपक्ष मुक्त भारत बनाना चाहते हैं। सोनिया गांधी के साथ जिस तरह का बर्ताव केंद्र कर रहा है वह शर्मनाक है। सोनिया गांधी से मोतीलाल वोरा की तरह घर जाकर ईडी बयान ले सकती थी, लेकिन ये अब निचले स्तर पर उतर आए हैं।

गहलोत ने कहा कि पहले ये कांग्रेस मुक्त भारत की बात करते थे, अब विपक्ष मुक्त भारत की तरफ जा रहे हैं। मोदीजी ने पिछले दिनों हैदराबाद में इसकी तरफ इशारा किया था। ये विपक्ष को दुश्मन मानते हैं। विपक्ष में दुश्मनी नहीं होती, हमारी केवल विचारधारा की लड़ाई है।

गहलोत ने कहा कि मैंने पहले भी सीबीआई, ईडी चीफ को लेटर लिखे थे। मैं बताना चाहता था कि आज इन प्रीमियर एजेंसियों की जनता में क्या छवि बन गई है। लोगों का दमन किया जा रहा है। राजस्थान में जब सरकार गिराने की कोशिश की तब एक साथ पांच जगह छापे पड़े थे। इधर हमारी मीटिंग चल रही थी और उधर पिछवाड़े में छापे पड़ रहे थे। जो उद्योगपति नहीं थे उनके भी छापे डाले गए।

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