बिहार(सुपौल)-(कोशी ब्यूरों)जिले में कोरोना से पहली मौत हुई है। बतादें की सुपौल के डॉक्टर महेंद्र चौधरी कोरोना पॉजिटिव होने के बाद पटना एम्स में इलाजरत थे जहां आज सुबह करीब साढ़े चार बजे मौत हो गई है। हड्डी रोग विशेसज्ञ डॉक्टर महेंद्र चौधरी के मौत के बाद स्वास्थ्य महकमे में मायूसी है। वहीं डॉक्टर के मौत के बाद स्वास्थ्य सेवा की बदहाली की बात भी सामने आ रही है।
पटना एम्स में कोरोना पीड़ित डॉक्टर महेंद्र चौधरी की मौत पर सदर अस्पताल के डॉक्टरों ने दुख जताया है ,साथ ही स्वास्थ्य व्यवस्था की भी पोल खोल दी है। सदर अस्पताल में पदस्थापित डीएस डॉक्टर अरुण वर्मा ने कहा कि ये बड़ी क्षति है उन्होंने कहा कि डॉक्टर महेंद्र चौधरी के कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट आने के बाद वे एनएमसीएच इलाज के लिए गए थे लेकिन वहां काफी भीड़ होने के कारण वे वापस एम्स पटना चले आये जहां उनकी प्रतिदिन हालात बिगड़ रही थी लेकिन उस हिसाब से उनकी इलाज शुरू नहीं कि गई उसे भेंटीलेटर की आवश्यकता थी जो उन्हें नहीं मिल रही थी काफी पैरवी और प्रयास के बाद उन्हें तीन दिन के बाद भेंटीलेटर दिया गया जिसके बाद उनकी हालत में थोड़ी सी सुधार हुई लेकिन आज सुबह डॉक्टर महेंद्र चौधरी ने दम तोड़ दिया।

दरअसल सुपौल के एक डॉक्टर कोरोना पॉजिटिव होने के बाद पटना एम्स में करीब एक सप्ताह से इलाज रत थे डॉक्टर महेंद्र चौधरी को कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट आने के बाद उसे एम्स में भर्ती कराया गया था जिसकी आज सुबह करीब 4 बजकर 30 मिनट पर मौत हो गई है। डॉक्टर के मौत की खबर सुनकर जिले के स्वास्थ्य महकमे में मायूसी है, वहीं उनके परिजनों में कोहराम मच गया है।
मालूम हो कि सुपौल में कोरोना से ये पहली मौत है।बतादे कि हड्डी रोग विशेसज्ञ डॉक्टर महेंद्र चौधरी सदर अस्पताल में कई वर्षों तक कार्यरत रहे हाल में उनका तबादला अरवल हो गया था जहां वे पदस्थापित थे। डॉक्टर महेंद्र चौधरी का निजी क्लिनिक आज भी सुपौल सदर बाजार में है। डॉक्टर के कोरोना से मौत पर लोगों में मायूसी है।