बीकानेर।अणुव्रत समिति , गंगाशहर के तत्वावधान में अणुव्रत उद्बोधन सप्ताह के अंतर्गत आज अनुशासन दिवस मनाया गया। शासन श्री साध्वी शशिरेखा और साध्वी श्री ललित कला जी सान्निध्य में आयोजित इस कार्यक्रम के मुख्य वक्ता लालेश्वर महादेव मंदिर शिवबाड़ी मठ के अधिष्ठाता स्वामी संवित विमर्शानंद गिरी जी महाराज और मोटीवेशनल स्पीकर डॉ. चक्रवर्ती नारायण जी श्रीमाली थे। मंगल मंत्रोच्चार और अणुव्रत समिति के सदस्यों के द्वारा सामूहिक मंगलाचरण के साथ कार्यक्रम की शुभ शुरुवात हुई। स्वागत वक्तव्य अध्यक्ष भंवरलाल सेठिया ने दिया। विषय प्रवेश पर अभिव्यक्ति केंद्रीय प्रचार प्रसार मंत्री धर्मेंद्र डाकलिया ने दी।

अध्यक्ष भंवरलाल सेठिया ने बताया की साध्वी श्री शशिरेखा जी ने अपने ने अपने मंगल उद्बोधन में कहा की” व्यक्ति अनुशासित रहे तो सब ओर विकास होगा, समन्वय होगा, प्रेम होगा। गुरुदेव तुलसी ने अणुव्रत में जीवन के हर पहलू को समाहित किया है।” साध्वी योगप्रभा जी ने गीतिका प्रस्तुत की।

मंत्री मनीष बाफना ने बताया की मुख्य अतिथि संवित विमर्शानंद गिरी जी महाराज ने अपने वक्तव्य में कहा की ” इस सृष्टि का कण कण अनुशासन का पालन कर रहा है , मात्र मनुष्य अपनी स्वतंत्रता का दुरुपयोग कर रहा है। आवश्यकता इस बात व्यक्ति मात्र उपदेश सुने नही बल्कि अपने कर्तव्यों का पालन करे। व्यक्ति की अनुशासनहीनता संसार में उत्पन्न हर समस्या की जड़ है।”

अणुव्रत उद्बोधन सप्ताह के संयोजक मनोज सेठिया ने बताया की मुख्य वक्ता डॉ चक्रवर्ती नारायण जी श्रीमाली ने अपने वक्तव्य में कहा की”अनुशासन है सफलता का द्वार,दैनिक कार्यकलाप से लेकर आध्यात्मिक उन्नति तक यदि अनुशासन की डोर पकड़ लें हम तो , निश्चित संतुष्टिपूर्ण सुखद जीवन की निर्मिती जरूर हो जायेगी।व्यक्ति के उन्नयन से लेकर राष्ट्र के विकास तक सब मैं एक कारक समान है और वह है अनुशासन।”

पुखराज दुगड़ और नवीन सोलंकी ने बताया की कार्यक्रम के अंतिम चरण में मुख्य अतिथि विमर्शानंद गिरी जी और चक्रवर्ती का पताका और साहित्य भेंट कर सम्मान समिति अध्यक्ष भंवर लाल सेठिया, जतन दुगड़, माणक चंद सामसुखा, किशन बेद, रामलाल जी बोथरा, मनोज सेठिया ने किया।

आभार ज्ञापन करते हुवे मंत्री मनीष बाफना ने कहा की इस विपरीत समय में चारित्र आत्मायें, संत, विचारक ही राह दिखा सकते है। कार्यक्रम का कुशल संचालन संयोजक मनोज सेठिया ने किया।
कार्यक्रम में भाजपा नेत्री और पार्षद सुमनजी छाजेड़ की भी उपस्थिति रही।
कार्यक्रम को सफल बनाने में राजेंद्र बोथरा,मनोज छाजेड़ , अनिल बेद ,कुशल बाफना,मांगीलाल बोथरा मुकेश पारख,
धर्मचंद सोनी, बच्छराज गुलगुलिया आदि का सक्रिय योगदान रहा।