सोमवार से शुरू हुवा संसद का मानसून सत्र - OmExpress

– कोरोना संकट, डीजल-पेट्रोल की कीमतों को लेकर विपक्ष तीखी बहस करने को हुआ तैयार

संसदीय कार्य मंत्रालय के अनुसार मानसून सत्र की 19 बैठकों के दौरान 29 विधेयकों और 2 वित्तीय मदों सहित 31 सरकारी कामकाज पर विचार किया जाएगा. अध्यादेशों की जगह छह विधेयक लाए जाएंगे।

कोरोना महामारी के बीच संसद का मानसून सत्र आज से शुरू हुवा. मानसून सत्र 13 अगस्त तक चलेगा।

नई दिल्ली।सोमवार से शुरू हो रहे मानसून सत्र में विपक्ष सरकार को कोरोना महामारी, कृषि कानूनों पर किसानों का विरोध, ईंधन की कीमतों में बढ़ोतरी और टीकाकरण रणनीति समेत कई मुद्दों पर घेरने की तैयारी में है. 17वीं लोकसभा का छठा सत्र आज से शुरू हो रहा है. सरकारी कामकाज की जरूरत को देखते हुए सत्र के 13 अगस्त को समाप्त होने की संभावना है।

असम, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, केरल और पुडुचेरी में विधानसभा चुनावों के नतीजे आने के बाद ये संसद का पहला सत्र होगा. पिछले साल मानसून सत्र सितंबर में शुरू हुआ था और शीतकालीन सत्र कोरोना के चलत आयोजित नहीं किया गया था. संसदीय कार्य मंत्रालय के अनुसार मानसून सत्र की 19 बैठकों के दौरान 29 विधेयकों और 2 वित्तीय मदों सहित 31 सरकारी कामकाज पर विचार किया जाएगा. अध्यादेशों की जगह छह विधेयक लाए जाएंगे. लोकसभा की बैठक सुबह 11 बजे से दोपहर 1 बजे तक और दोपहर 2 बजे से शाम 6 बजे तक होगी. स्पीकर ने बारी-बारी से मंत्रियों की तरफ से सवालों के जवाब देने के लिए दिन भी आवंटित किए हैं.

संसद में हुई सर्वदलीय बैठक में 33 पार्टियों के 40 से ज्यादा नेताओं ने लिया हिस्सा

संसद में हुई सर्वदलीय बैठक में 33 पार्टियों के 40 से ज्यादा नेताओं ने हिस्सा लिया. विपक्ष ने मूल्य वृद्धि, डीजल और पेट्रोल की बढ़ती लागत और कोरोना महामारी से निपटने से संबंधित मुद्दों सहित कई मुद्दों पर बीजेपी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार को घेरने के लिए कमर कस ली है. राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने रविवार को कहा कि उन्होंने सभापति वेंकैया नायडू के सामने सदन में मुद्रास्फीति, गरीबी और कोविड संकट के मुद्दों पर चर्चा करने का प्रस्ताव रखा है.