

बीकानेर ,16 मार्च। जिला कलक्टर कुमार पाल गौतम ने कहा है कि जिले में सभी स्कूलों के आसपास दुर्घटना संभावित क्षेत्रों को चिन्हित किया जाए तथा ऐसे चिन्हित स्थानों पर आवश्यक साइनेज लगाए जाने सहित समस्त आवश्यक व्यवस्था चुस्त-दुरुस्त की जाए। नगर विकास न्यास सभागार में सोमवार को आयोजित बैठक में जिला कलक्टर ने इस संबंध में पुलिस और सार्वजनिक निर्माण विभाग को एक संयुक्त सर्वे कर ऐसे समस्त स्थान चयनित करने के निर्देश दिए। गौतम ने कहा कि व्यस्त राजमार्गों और भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में स्थित स्कूलों के आसपास जहां दुर्घटना अधिक होने की संभावना रहती हो वहां चिन्हीकरण कर सुधारात्मक उपचार करते हुए रिपोर्ट प्रस्तुत करें।
जिला कलक्टर ने कहा कि नगर निगम शहर में सफाई, नाली निर्माण और प्रकाश व्यवस्था को बेहतर करने के लिए आवश्यक गतिविधियों में तेजी लाएं। निगम के अधिकारी नियमित रूप से विजिट करें । गौतम ने इस संबंध में आयुक्त नगर निगम को नोखा नगरपालिका का भ्रमण कर सेनिटेशन सिस्टम को फॉलो करवाने के निर्देश दिए। जिला कलक्टर ने कहा कि शहर में कई स्थानों पर सीवरेज के लगातार ओवरफ्लो होने की शिकायतें मिल रही है इसके मद्देनजर एक ऐसी टीम गठित की जाए जो लगातार मॉनिटरिंग करें और जैसे ही कहीं सीवरेज लीकेज आदि की सूचना मिले तुरंत आवश्यक कार्रवाई करें।
ऐतिहासिक दरवाजों का हो सौन्दर्यकरण
जिला कलक्टर ने यूआईटी और नगर निगम को शहर को सभी ऐतिहासिक दरवाजों के सौंदर्य करण के निर्देश देते हुए कहा कि विभिन्न दरवाजों पर पोस्टर बैनर लगाने वालों के खिलाफ एफ आई आर दर्ज करवाएं। साथ ही ऐतिहासिक गेटों के हैरिटेज लुक को खराब किए बिना प्रकाश व्यवस्था तथा सड़क आदि को ठीक करवाया जाए।
नहरबंदी से पहले हो जाए डिग्गियों की सफाई
जिला कलक्टर ने आगामी नहर बंदी के मद्देनजर अधीक्षण अभियंता पीएचईडी को ग्रामीण क्षेत्रों में नहर बंदी की पूरी सूचना उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए और कहा कि सभी डिग्गियों में नहरबंदी से पहले सफाई सुनिश्चित हो जाए ताकि नहर बंदी शुरू होने से पहले सभी डिग्गियां पीने के पानी से भर ली जाए और नहर बंदी के चलते लोगों को पेयजल की किल्लत का सामना नहीं करना पड़े। गौतम ने अगले 10 दिन में हर हाल में डिग्गियों की सफाई कार्य पूरा करवाने के निर्देश दिए।
बैठक के दौरान जिला कलक्टर ने कहा कि कोरोना वायरस के संक्रमण से घबराने की आवश्यकता नहीं है। सभी कार्यालयों में अधिकारी और कर्मचारी इसकी जानकारी दें । अभिवादन के लिए नमस्ते करें , हैंड सैनिटाइजर साथ रखें ,हाइजीन का पूरा ध्यान रखते हुए लोगों को भी इस संबंध में जागरूक करें। गौतम ने कहा कि लोग बिना वजह घरों से ना निकले और भीड़ में जाने से बचें। जिला कलक्टर ने सीएमएचओ को जिले की बड़ी जनसंख्या वाली पंचायतों पर भी सर्वे करवाने के निर्देश दिए। श्रीडूंगरगढ़, नोखा तथा लूणकरनसर में अगले तीन दिनों में सर्वे करवाएं।
आमजन की परिवेदना का निस्तारण हो सर्वोच्च प्राथमिकता
जिला कलक्टर ने संपर्क पोर्टल पर निस्तारित प्रकरणों की समीक्षा करते हुए कहा कि यह पाया गया है कि अधिकारी संवेदनशीलता के साथ प्रकरणों का निस्तारण नहीं कर रहे हैं। इसी कारण परिवेदनाओं में आमजन की संतुष्टि का स्तर बहुत कम पाया गया है। गौतम ने कहा कि इस तरह की लापरवाही को स्वीकार नहीं किया जाएगा। संपर्क पोर्टल पर अधिकतर रोजाना किए जा सकने वाले काम ही नहीं होने की शिकायतें मिल रही है। यदि कोई काम नहीं हो पाता है तो उसे लटकाए नहीं बल्कि तुरंत प्रकरण को रिजेक्ट करते हुए परिवादी को जवाब दें। जिला कलक्टर ने पट्टा जारी नहीं करने के एक मामले में ढिलाई के चलते बी डी ओ और एसीईओ जिला परिषद मुकेश मीणा को चार्जशीट जारी करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सभी विभागीय अधिकारी अपने यहां नियमित रूप से जनसुनवाई करें और ऑफलाइन आने वाली शिकायतों को भी पोर्टल पर दर्ज करवाएं ताकि लोगों को छोटी-छोटी समस्याओं के समाधान के लिए उच्च स्तरीय अधिकारियों या जनप्रतिनिधियों की ओर नहीं जाना पड़े। आमजन की समस्याओं का निस्तारण अधिकारियों के एजेंडा में सर्वोच्च प्राथमिकता पर होना चाहिए।
जिला कलक्टर ने सामाजिक न्याय अधिकारिता विभाग के अधिकारी को निर्देश दिए कि पालनहार योजना में जितने भी बच्चे चयनित हैं उन सभी को निश्चित समय सीमा में भुगतान मिलता रहे इसके पुख्ता बंदोबस्त किए जाएं। उन्होंने कहा कि वर्तमान में 132 बच्चे ऐसे हैं जिनका योजना में चयन होने के बावजूद भुगतान नहीं मिल रहा है। इसके लिए सामाजिक न्याय अधिकारिता विभाग और उपनिदेशक सूचना प्रौद्योगिकी मिलकर संयुक्त रूप से प्रयास करें और सभी का आधार लिंक होकर भुगतान मिल जाए।
सीमांत क्षेत्र विकास में चिकित्सा और शिक्षा में सुविधाओं का होगा विस्तार
जिला कलक्टर ने कहा कि सीमा क्षेत्र विकास कार्यक्रम योजना के तहत अंतर्राष्ट्रीय सीमा से लगते 10 किलोमीटर के गांव में चिकित्सा और शिक्षा के क्षेत्र में सुविधाओं का और विकास हो इसके प्रपोजल बनाए जाए। दोनों विभाग के अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि ऐसे कार्य का तकमीना बनाकर बीएडीपी की बैठक में रखा जाए जो कार्य शीघ्र पूर्ण हो जाए और वहां के लोगों को सीधा लाभ मिल सके। उन्होंने कहा कि चिकित्सा विभाग यहां आधुनिक उपकरणों की खरीद और एंबुलेंस जैसी सुविधाएं विकसित करें तथा शिक्षा विभाग सीमावर्ती क्षेत्रों की स्कूलों में कंप्यूटर शिक्षा और अन्य आधारभूत सुविधाएं विकसित करने के प्रस्ताव अगले 1 सप्ताह में उपलब्ध करवाएं ताकि आगामी बैठक में धनराशि स्वीकृति का कार्य हो सके। बैठक में नगर निगम आयुक्त डॉ खुशाल यादव, यूआईटी सचिव मेघराज सिंह मीणा सहित संबंधित विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।