– गांव डोरोली जांट में सामाजिक एवं न्याय अधिकारिता मंत्री ने स्टेविया यानी की मीठी तुलसी की खेती का लिया जायजा

ओम एक्सप्रेस -महेंद्रगढ़।
प्रदेश के सामाजिक एवं न्याय अधिकारिता मंत्री ओमप्रकाश यादव ने बीती देर शाम गांव डेरोली जाट पहुंचकर ऋर्षिपाल द्वारा जिला बागवानी विभाग की मदद से ऋषि हर्बल आयुर्वेदा फार्म के 1 एकड़ में सटेविया (मीठी तुलसी) की लगाई गई खेती का जायजा लिया तथा मीठी तुलसी की खेती करने वाला हरियाणा राज्य का दूसरा जिला बताया । इस दौरान उन्होंने उपस्थित किसानों को कहा कि आज मार्केट में मीठी तुलसी की बहुत अधिक मांग है। बड़ी-बड़ी आयुर्वेदिक कंपनियां इससे दवाइयां बनाती हैं ।

इसलिए उन्हें स्टेविया की बहुत ज्यादा आवश्यकता होती है । कंपनियों को स्टेविया विदेशों से मंगवाना पड़ता है । यदि इन कंपनियों को स्टेविया अपने ही देश में मिलने लगेगा तो बाहर से मंगलवाने की जरुरत नहीं होगा और यहां के किसानों की आमदनी भी बढ़ेगी । उन्होंने कहा कि सरकार भी किसानों की आय को बढ़ाने के लिए विभिन्न योजनाएं चला रही है । देश के जागरुक किसान अब सरकार की योजनाओं का लाभ कृषि अधिकारियों से मिलकर उठा रहे हैं । उन्होंने क्षेत्र के किसानों से भी कम पानी में अधिक उपज वाली फसलों को अपनाने के लिए जगरुक किया । क्षेत्र में स्टेविया की खेती की पहल करने वाले ऋषि पाल ने बताया कि स्टेविया की खेती के लिए दक्षिणी हरियाणा सबसे बेस्ट क्षेत्र माना जा रहा है क्योंकि इस क्षेत्र के खेतों में पानी का ठहराव नहीं होता और यह स्टेविया की खेती के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण बात होती हैं । प्रदेश में ना के बराबर स्टेविया की खेती होती है हरियाणा सरकार ने लगभग 3 वर्ष पहले गुड़गांव के पटौदी में स्टेविया की खेती के लिए खेतों को चिन्हित किया परंतु वहां पर खेती नहीं हो पाई । वर्तमान में जिला यमुनानगर के दामला गांव में महामहिम राष्ट्रपति से सम्मानित किसान वैज्ञानिक धर्मवीर कंबोज अपनी लगभग 2 एकड़ जमीन पर इसकी खेती कर रहे हैं और अब जिला महेंद्रगढ़ के गांव डेरोली जाट में उन्होंने बागवानी विभाग की मदद से इसकी शुरुआत की है । इस मौके पर उन्होंने सटेविया (मीठी तुलसी) की लगाई गई खेती करने वाले ऋर्षिपाल की तारीफ करते हुए कहा कि इस तरह की खेती को उन्होंने इलाके में पहली बार पहुंचाया है जिससे यहां का किसान इस खेती को अपने खेतो में करके अधिक लाभ ले सकेगा।