बीकानेर , (कविता कंवर राठौड़)। भारत सरकार के कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय, नई दिल्ली के सौजन्य से एवं बीकानेर प्रौढ़ शिक्षण समिति, बीकानेर द्वारा संचालित जन शिक्षण संस्थान, बीकानेर द्वारा स्वच्छता पखवाड़े एवं आजादी का अमृत महोत्सव के तहत आज स्थानीय ग्राम बच्छासर की राजकीय माध्यमिक विद्यालय, बच्छासर में पौधारोपण किया गया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि संस्थान के सदस्य एवं विद्यालय के अध्यापक भवानी सोलंकी ने कहा कि हमें आने वाली पीढ़ी को इस प्रकार तैयार करना होगा कि वे पर्यावरण, पेड़-पौधों के प्रति सकारात्मक रहकर यह समझ जाए कि पेड़-पौधे ही जीवन का महत्वपूर्ण आधार है। इसके लिए अधिक से अधिक पौधे लगाएं और उनकी देख-भाल की जिम्मेवारी भी लें। सोंलकी ने बताया कि मैं संस्थान की गतिविधियों से लम्बे अर्से से साक्षी रहा हूं। संस्थान शिक्षा, रोजगार एवं स्वास्थय सेवाओं के कार्याें में गतिशील है और संस्थान अपने कार्याें को जमीन स्तर पर करने के साथ-साथ समाज के सभी वर्गो के लिए कार्यरत है। साथ ही सोंलकी ने कहा कि पौधे लगाना भर काफी नहीं होता इनकी देखभाल एक बच्चे की तरह करनी होती है जो हम इस विद्यालय में जरूर करेंगे।
विद्यालय की प्रभारी कलावती हर्ष ने कहा कि स्किल इंडिया मिशन सिर्फ घरेलू बाज़ारों तक ही सीमित नहीं है बल्कि अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में क्रॉस-जियोग्राफिकल अवसरों को बढ़ावा देने के लिए दुनिया भर के देशों को भी इसके ज़रिए सक्रिय तौर पर जोड़ा जा रहा है। भारत युवा देश है और एक कुशल कार्यबल ना केवल देश में बल्कि वैश्विक बाज़ार की मांगों को भी पूरा करने में सक्षम होगा।
संस्थान के निदेशक ओम प्रकाश सुथार ने कार्यक्रम की अवधारणा एवं आगन्तुकों का स्वागत करते हुए कहा कि स्वच्छता पखवाडे़ के तहत 15 जुलाई से 31 जुलाई तक बीकानेर जिले में स्वच्छता से जुड़ी विभिन्न गतिविधियां आयोजित की जा रही है। इसी के तहत सोमवार को बच्छासर गांव के इस विद्यालय में पौधारोपण किया गया है। निश्चय ही यहां पढ़ने वाले बच्चों एवं ग्रामीणों में पर्यावरण के प्रति एक सकारात्मक समझ का विकास होगा। संस्थान ये विश्वास करता है कि इस विद्यालय में लगाए गए पौधों की देखभाल यहां का स्टाफ और बच्चे करेंगे। सुथार ने कहा कि संस्थान की गतिविधियों में आम और खास लोग बहुत ही उत्साह से भागीदारी निभा रहे है।
कार्यक्रम का संयोजन कर रहे कार्यक्रम अधिकारी महेश उपाध्याय ने कहा कि संस्थान जिले भर में मुख्य रूप से कौशल विकास के कार्यक्रमों का आयोजन करता है लेकिन सहवर्ती गतिविधियों के तहत इस तरह के सामजिक चेतना के कार्यक्रम प्रतिवर्ष आयोजित किए जाते है। ताकि लोगों में हाथ के हुनर के साथ-साथ पर्यावरण, स्वास्थ्य और जीवन कौशल की शिक्षा का विकास हो सके।
कार्यक्रम सहायक उमाशंकर आचार्य ने आगंतुकों के प्रति धन्यवाद एवं आभार प्रकट करते हुए कहा कि संस्थान को हर क्षेत्रा में आप जैसे लोगों का सहयोग मिलता रहता है तभी इस तरह के कार्यक्रमों को सफल बनाया जा सकता है।
इस कार्यक्रम में विद्यालय स्टाफ में से संतोष ओझा,संजू चौधरी, रेखा चौधरी, परमेश्वरी सुथार,श्वेता जोशी, नेक परवीन, संगीता रंगा, पुष्पा चौधरी,कलावती आचार्य, आसकरण, प्रदीप रामावत, चंद्रकुमार ओझा, पूनम कोटिया, गोमती जोशी ने भी विचार रखे।