आयुष्मान योजना के बाद भी 85.4% लोगों का स्वास्थ्य बीमा नहीं

नीति आयोग की रिपोर्ट में सूबे में 6.5 करोड़ गरीब

पटना : (रिपोर्ट – अनमोल कुमार ) स्वास्थ्य बीमा को लेकर बिहार की स्थिति काफी फिसड्डी है। यहां महज 14.6 फीसदी लोगों के पास ही स्वास्थ्य बीमा है। राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण (NFHS-5) की रिपोर्ट के मुताबिक, बगल के उत्तर प्रदेश में 15.9 फीसदी लोगों के पास स्वास्थ्य बीमा है। गौर तलब है कि स्वास्थ्य बीमा का राष्ट्रीय औसत 41 फीसदी है। नीति आयोग की जारी ताजा रिपोर्ट के अनुसार राज्य में 6.5 करोड़ लोग गरीब बताए गए हैं। आयुष्मान भारत योजना जैसी बड़ी स्वास्थ्य बीमा योजना के बावजूद बिहार में गरीबों का एक बड़ा तबका इससे जुड़ नही पाया है। इसके पीछे राज्य सरकार और स्वास्थ्य विभाग की उदासीनता सबसे बड़ी बाधक है। बिहार में असंगठित क्षेत्र में काम करने वाले लाखों गरीब परिवारों को आयुष्मान भारत योजना के तहत 5 लाख रुपये तक के नि:शुल्क इलाज को लेकर कोई जानकारी नहीं है। बिहार में ऐसे 85.4 प्रतिशत लोग हैं जिनके पास कोई स्वास्थ्य बीमा नहीं है।

काफी महंगे हैं निजी क्षेत्र के बीमा प्रोडक्ट
निजी क्षेत्र की कंपनियों का स्वास्थ्य बीमा प्रोडक्ट काफी महंगा है, जो आमलोगों की क्रय शक्ति के बाहर होते हैं। निजी कंपनियों के प्रतिनिधि भी इसके बारे में आमलोगों की समझ विकसित नहीं कर रहे है और लोग इसे समझ भी नहीं पा रहे है। आमलोग रोजी-रोटी व बच्चों की शिक्षा को लेकर ही परेशान है, ऐसे में स्वास्थ्य बीमा के किसी प्रोडक्ट के प्रति उनकी रुचि कम है।