

बीकानेर।राजेंद्र राठौड़ गुरुवार को बीकानेर पहुंचे। रीट मुद्दे पर सरकार को घेरा। उन्होंने बताया कि इस मामले में सीबीआई जांच होनी चाहिए।
REET पेपर लीक का मामला विधानसभा से लेकर सड़कों पर पहुंच गया है। बीजेपी लगातार सरकार को इस मामले में घेर रही है। इस मामले को लेकर भाजपा के वरिष्ठ नेता राजेंद्र राठौड़ से बातचीत की गई। वे बोले कि वो ईमानदार चोर कौन था? जिसने स्ट्रॉन्ग रूम से रीट लेवल 2 का पेपर तो चोरी किया, लेकिन लेवल वन के पेपर के हाथ तक नहीं लगाया।
बीकानेर में पत्रकारों के साथ बातचीत में राठौड़ ने कहा कि रीट लेवल टू का रद्द होना हमारे लिए भी दुखद है। इस परीक्षा के रद्द होने का कारण भाजपा नहीं बल्कि सरकार है। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि सरकार के किरदार ही इस परीक्षा को रद्द करवाने में जुटे हुए थे। ऐसे किरदारों को सामने लाने के लिए CBI की जांच होना आवश्यक है। प्रदेश पुलिस के स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (SOG) की जांच पर भरोसा नहीं होने पर राठौड़ ने कहा कि कुछ हद तक SOG की जांच उचित है। लेकिन अब जिन किरदारों के नाम सामने आ रहे हैं उनकी छानबीन SOG नहीं कर सकेगी।
सुभाष गर्ग व डोटासरा पर आरोप
राठौड़ ने कहा कि SOG सुभाष गर्ग और गोविन्द डोटासरा से सवाल नहीं कर सकती। इन दोनों से CBI ही पूछताछ की जा सकती है। इसलिए सीबीआई जांच होनी चाहिए। इस एग्जाम में हुई गड़बड़ी का कलंक कांग्रेस सरकार के माथे ही लगेगा। इस पूरे मामले में सरकार ही दोषी है।
डोटासरा पर गंभीर आरोप
राठौड़ ने आरोप लगाया कि जिन लोगों ने परीक्षाओं में भर्ती करने का ठेका लिया था, उन लोगों की कोचिंग संस्थाएं हैं। सारा खेल कोचिंग संस्थाओं के माध्यम से चलाया गया। जब इन लोगों से पूछताछ होगी तो पता चलेगा कि डोटासरा की इस परीक्षा में क्या भूमिका रही है।
तब हाईकोर्ट का इंतजार, अब नहीं
भाजपा नेता राठौड़ पत्रकारों के सवालों में उस समय फंस गए जब उन्हें भाजपा के राज में हुई नकल के मामले याद दिलाए गए। राठौड़ ने कहा कि तब हाईकोर्ट ने मान लिया था कि नकल हुई ही नहीं थी। तब हाईकोर्ट की बात मानने और अब हाईकोर्ट के फैसले का इंतजार नहीं करने पर राठौड़ कोई जवाब नहीं दे सके।
