जयपुर।मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शुक्रवार देर रात को बड़ा फैसला लेते हुए हरिप्रसाद शर्मा को राज्य कर्मचारी चयन बोर्ड चेयरमैन बनाया है. इसे गहलोत सरकार का मास्टरस्ट्रोक बताया जा रहा है. क्योंकि पेपर आउट प्रकरणों को लेकर एक बड़ा तबका पूर्व चेयरमैन बीएल जाटावत के कार्यकाल से नाराज था.
भर्तियों की बिगड़ी स्थिति को पटरी पर लाने की कवायतः
जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शुक्रवार देर रात हरिप्रसाद शर्मा को राज्य कर्मचारी चयन बोर्ड का चेयरमैन बनाया है. बताया जा रहा है कि बीएल जाटावत के कार्यकाल में एक बड़ा तबका नाराज था. यहीं नहीं ये भी सामने आ रहा है कि खुद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और और मुख्य सचिव निरंजन आर्या भी उनके कार्यकाल से नाराज थे. इसे ही देखकर गहलोत सरकार ने ये हरिप्रसाद शर्मा को चेयरमैन बनाने का फैसला लिया है. बहाल हरिप्रसाद शर्मा को चेयरमैन बनने के बाद आशा की जा सकती है कि प्रदेश में भर्तियों की बिगड़ी स्थिति अब पटरी पर आ सकेगी.

पुलिस मेडल से हो चुके हैं सम्मानितः
जानकारी के अनुसार हरिप्रसाद शर्मा 1999 बैच के रिटायर्ड आईपीएस है. वहीं हरिप्रसाद शर्मा क्राइम ब्रांच में आईजी की जिम्मेदारी निभा चुके हैं. हरिप्रसाद शर्मा डेप्युटी इंस्पेक्टर जनरल पुलिस क्राइम ब्रांच रह चुके हैं और श्रीगंगानगर, बीकानेर, उदयपुर, नागौर, जोधपुर सिटी, अजमेर और झुंझुनूं में SP रह चुके हैं. यहीं नहीं हरिप्रसाद शर्मा 15 अगस्त 2001 को पुलिस मेडल से सम्मानित हो चुके हैं. हरिप्रसाद शर्मा 31 अक्टूबर 2018 को रिटायर्ड हुए थे.