16 अक्टूबर का दिन हरियाणा में हो रहे विधानसभा चुनावों में कहीं ना कहीं राजनीतिक रूप से समीकरणों में उलटफेर करने में बड़ा ही कामयाब रहा है राजनीति की सियासत में कब दोस्त दुश्मन बन जाता है और कब दुश्मन दोस्त बन जाता है कोई नहीं जानता इसी कड़ी में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष रहते हुए जेजेपी अध्यक्ष दुष्यंत चौटाला और आईएनएलडी अध्यक्ष अभय सिंह चौटाला पर तंज कसने वाले डॉक्टर अशोक तवर बदलते परिवेश में कांग्रेस को छोड़कर कांग्रेस के खिलाफ ही इन दोनों नेताओं की मदद के लिए साथ हुए हैं इससे निश्चित तौर पर राजनीतिक समीकरण में एक बार भी अच्छा खासा उलटफेर करने में कामयाब हो चुके हैं और इसमें कोई दो राय भी नहीं है कि अशोक तंवर ने भी पिछले 5 साल में कांग्रेश की कमान संभालने के बाद से लगातार अपनी की गई जी तोड़ मेहनत से अपने निजी समर्थक और कार्यकर्ताओं की लंबी चौड़ी फौज तैयार की है इस बार कांग्रेसी टिकट आवंटन में उनकी कम चलने या अनदेखी का आरोप लगाकर उन्होंने कांग्रेसी जैसी राष्ट्रीय पार्टी जिनकी वजह से उन्हें राजनीति में पहचान मिली थी उसका दामन छोड़कर निश्चित रूप से उन्होंने एक बहुत बड़ा फैसला लिया था और चुनाव की रणभेरी बजने के बाद जिस प्रकार से वह खामोश थे उससे सभी को लगता था कि डॉक्टर अशोक तवर आने वाले दिनों में निश्चित रूप से कोई बड़ा ही गेम खेलेंगे और जैसे-जैसे चुनाव के लिए 21 तारीख को मतदान का दिन नजदीक आता जा रहा है वैसे ही आज मात्र 5 दिन पहले उन्होंने जीतने वाले प्रत्याशियों की मदद में अपनी विरोधी कही जाने वाली जे जेपी के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस कर उनकी प्रत्याशियों की मदद का खुला ऐलान किया तो वहीं शाम को सिरसा में आईएनएलडी के चौधरी अभय सिंह चौटाला के साथ एलनाबाद में उनकी खुली मदद का एलान किया इसके साथ ही राजनीतिक रूप से भी इनेलो जे जे पी के दोनों समर्थकों के अलावा खुद अशोक तंवर के समर्थकों ने भी इसे एक अच्छा कदम बताते हुए सोशल मीडिया पर उनकी काफी सराहना करते हुए उनके साथ देने की बात कही है जो निश्चित रूप से उनको राजनीतिक रूप से भी मजबूत करने का काम करेगा अब 21 तारीख को मतदान पर ही पता चलेगा कि इस फैसले का असर पॉजिटिव हुआ है या नेगेटिव लेकिन इतना तय है कि 75 पार का सपना देख रही भारतीय जनता पार्टी को फिलहाल इस फैसले के बाद सट्टा बाजार ने नकार दिया है और उनका सीटों का विलन एकदम धड़ाम से नीचे गिर चुका है भारतीय जनता पार्टी को भी और अधिक मेहनत करनी पड़ेगी इसमें कोई दो राय नहीं आ रही है फतेहाबाद विधानसभा चुनाव पर अभी तक अशोक तंवर ने खुलकर कुछ नहीं कहा है लेकिन आज सुबह के दूसरों को दिए गए उनके समर्थन के बाद डॉक्टर अशोक तंवर के समर्थकों ने जे जे पी को समर्थन देने का ऐलान किया है वहीं इससे पूर्व कुछ डॉक्टर अशोक तंवर के समर्थकों ने बीजेपी प्रत्याशी को समर्थन दिया है ऐसे में बड़ा ही दिलचस्प मुकाबला अशोक तंवर के समर्थकों के बीच भी देखने को मिलेगा