बीकानेर ।कोरोना महामारी के दौर में केंद्र सरकार द्वारा डीजल,पेट्रोल और रसोई गैस के दामों में हो रही लागातार बढ़ोत्तरी से आम आदमी को हो रही मुश्किलो के बारे में शनिवार को शहर जिला महिला कांग्रेस अध्यक्ष सुनीता गौड़ ने पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान को पत्र लिख उनका ध्यान आकर्षित कर आम आदमी के साथ विश्वासघात बताया है। श्रीमती गौड़ ने पत्र में लिखा है कि यूपीए सरकार के दौरान अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतें 120 डॉलर प्रति बैरल थीं लेकिन पेट्रोल, डीजल के दाम 70 रुपये प्रति लीटर थे।
वही मोदी सरकार के दौर में अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत 50 डॉलर प्रति बैरल से भी कम पहुंच गई है लेकिन मोदी सरकार डीजल, पेट्रोल और रसोई गैस के दाम लगातार बढ़ा रही ही है। जब किसी राज्य में चुनाव होते हैं तो केंद्र सरकार डीजल, पेट्रोल के दामों को स्थिर कर देती है लेकिन चुनाव खत्म होते ही पुन: दाम बढ़ा देती है।
उन्होंने कहा कि हाल ही रसोई गैस के दामों में 50 रुपये की बढ़ोत्तरी कर मोदी सरकार ने आमजन का बजट बिगाड़ दिया है। केंद्र सरकार द्वारा रसोई गैस सब्सिडी को खत्म कर दी है जिससे उज्ज्वला योजना में कनेक्शन पाने वाले गरीब लोग भी अपना सिलेंडर रिफिल नहीं करा पा रहे हैं।
सुनीता गौड़ ने पत्र में यह भी कहा कि कोरोना काल में जब सरकार को लोगों की मदद करनी चाहिये थी तब मोदी सरकार लोगों को महंगाई के बोझ तले दबा रही है। केंद्र सरकार को कच्चे तेल की कम कीमत का फायदा आमजन को देने के लिये डीजल, पेट्रोल और रसोई गैस के दाम कम करने चाहिये।
परन्तु केंद्र सरकार आमजन को महंगाई के बोझ में धकेलते जा रही है ,यह इस बात कर प्रमाण है कि देश की सरकार लोगो की दिक्कतों और जरूरतों को लेकर किस हद तक असंवेदनशील है।