ड्रेस डिजायनिंग एंड गारमेंट मेकिंग प्रशिक्षण का शुभारंभ
बीकानेर। जन शिक्षण संस्थान, बीकानेर कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा संचालित ड्रेस डिजायनिंग एंड गारमेंट मेकिंग प्रशिक्षण का शुभारंभ कार्यक्रम बंगला नगर, पुरानी डाइट के पीछे पूगल रोड में आयोजित किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि वार्ड पार्षद लक्ष्मीनारायण व्यास ने प्रशिक्षणर्थियों का उत्साह बढ़ाते हुए कहा आज के बेरोजगारी के विकट दौर में हाथ का हुनर ही बेहतर विकल्प के रूप में हमारे सामने है। आत्मनिर्भर व्यक्ति को हर जगह सम्मान मिलता है इसलिए इस प्रशिक्षण के माध्यम से आप सब अपनी पहचान बनाते हुए आर्थिक स्वावलंबन प्राप्त करें।
इस मौके पर जन शिक्षण संस्थान के उमाशंकर आचार्य ने कहा कि भारत सरकार के इस अनूठे प्रशिक्षण कार्यक्रम के माध्यम से जिले के शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों के जरूरतमंद और वंचित वर्ग के महिला पुरूषों को विभिन्न प्रकार के कौशल प्रशिक्षण देकर उनके सामाजिक और आर्थिक स्तर में सुधार लाने का कार्य किया जा रहा है। इसलिए अधिक से अधिक लोग इन प्रशिक्षण कार्यक्रमों का लाभ उठाये। इस प्रशिक्षण के दौरान दी गई समस्त जानकारियों को संभागी अपने जीवन व्यवहार में भी उतारे।
कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि समाजसेवी बाबूलाल सुथार ने कहा कि हमारा देश विश्व में सबसे अधिक युवाशक्ति वाला देश है। इसी के साथ यह भी सत्य है कि हमारे देश में युवाओं के सामने सबसे बड़ी समस्या आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनने की है। बेरोजगारी के इस विकट दौर में युवाओं के सामने आत्मनिर्भरता प्राप्त करना बहुत मुश्किल हो रहा है। ऐसी स्थिति में युवाओं को मात्र सरकारी नौकरी पाने की ललक में नहीं रहकर अपना रूझान व्यावसायिक कौशल प्राप्त कर रोजगार और स्वरोजगार के माध्यम से आत्मनिर्भर बनने की ओर करना चाहिए।
संस्थान की अनुदेशिका श्रीमती सूरजमुखी खडग़ावत ने सिलाई प्रशिक्षण से जुड़ी जानकारियां देते हुए मेहनत और लगन से प्रशिक्षण प्राप्त करने की बात कही। इसी क्रम में अनुदेशिका श्रीमती बसंती उपाध्याय ने भी अपने विचार रखें।
इस क्रम में प्रशिक्षिका सरोज प्रजापत ने प्रशिक्षण से संबंधित पाठयक्रम एवं आवश्यक प्रपत्रों की जानकारी दी। इस अवसर पर विमला भाटी, ममता कुम्भार, संजू देवी, शारदा कुमावनत आदि ने आदि ने अपने हुनर को भविष्य में आजीविका बनाने की बात कही। इससे पूर्व कार्यक्रम के प्रारंभ में मां सरस्वती की पूजा अर्चना की गई। कार्यक्रम में अंत में सभी आगन्तुकों का आभार केशर देवी जोशी ने प्रकट किया।