हर्षित सैनी
रोहतक, 9 मई। अपने राज्य बिहार में वापस जाने के इंतजार में बैठे 54 मजदूरों को शुक्रवार के दिन एक बार फिर निराशा ही हाथ लगी। उन्हें सिरसा जिला प्रशासन ने सुबह दो बसों में सवार करके रोहतक भेजा था। वहां से शाम सवा 5 बजे बिहार के लिए ट्रेन चलनी थी, मगर वहां जाने के बाद अन्य जिलों से आए मजदूरों की भी संख्या इतनी बढ़ गई कि सिरसा से गए मजदूरों को फिर जगह नहीं मिली तो वहीं इसलिए वहीं रुकना पड़ा।

मजदूरों के साथ यही हो रहा है। पहले उन्हें हिसार लेकर गए थे।
वहां ट्रेन में जगह नहीं मिलने पर वापस लाया गया। इसके बाद अंबाला से भेजने की तैयारी की गई, मगर वह भी बात सिरे नहीं चढी। अब एक बार फिर शुक्रवार को रोहतक से चलने वाली ट्रेन के लिए उन्हें सुबह दो बसों में भेजा था। डीएसपी ने बताया कि मजदूरों ट्रेन में जगह नहीं मिल पाने के कारण रोहतक में रोक दिया। अब जब भी ट्रेन बिहार जाएगी, उन्हें रोहतक से चलने वाली ट्रैन से भेज दिया जाएगा।
यहां बता दें कि सिरसा जिला में दो हजार से ज्यादा ने अब तक वापस अपने राज्य में जाने के लिए रजिस्ट्रेशन करवा चुके हैं। यही स्थिति पानीपत के सैंकड़ों प्रवासी लोगों की भी है। उनको भी रोहतक रेलवे स्टेशन से बैरंग पानीपत वापिस भेज दिया गया। अब ये मजदूर कब अपने घरों को लौट पाएंगे, यह सरकार पर निर्भर करेगा।