बीकानेर /बीकानेर के रानी बाजार स्थित फोर्टिस डीटीएम अस्पताल के हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ बी एल स्वामी द्वारा बीकानेर संभाग में पहली बार रोटा पद्दति से एंजियोप्लास्टी कर मरीज को राहत प्रदान की गयी.

75 वर्षीय जेठमल डागा की हृदय की नसों में रुकावट होने के कारण चिकित्सकों ने उन्हें एंजियोप्लास्टी की राय दी परन्तु नसों में कैल्शियम के अत्यधिक जमाव होने की वजह से चिकित्सकों ने एंजियोप्लास्टी करने में असमर्थता जताई तथा उन्हें बाईपास सर्जरी करवाने की राय दी.

इस उम्र में बाईपास सर्जरी का जोखम नहीं लेने एवं बेहतर इलाज के लिए जेठमल डागा अपनी पीड़ा को फोर्टिस डीटीएम अस्पताल के हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ बी एल स्वामी के पास लेकर पहुँचे. डॉ स्वामी ने जेठमल डागा के पुत्र नवरतन डागा एवं अन्य परिजनों को रोटा पद्दति से एंजियोप्लास्टी करवाने का सुझाव दिया.

फोर्टिस डीटीएम अस्पताल के हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ स्वामी के अनुसार रोटा पद्दति में रोटा डायमंड द्वारा नसों में जमे कैल्शियम को हटाया जाता है जिससे कि एंजियोप्लास्टी करने का रास्ता सुगम बने. रोटा मशीन के एक लाख सत्तर हज़ार चक्र प्रति मिनट घूमने से कैल्शियम जमाव को हटाया जाता है.

रोटा पद्दति द्वारा एंजियोप्लास्टी करवाने के पश्चात जेठमल डागा पूर्णतः स्वस्थ है.

गौरतलब है कि यह तकनीक केवल राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ख्यातनाम अस्पतालों में ही उपलब्ध है तथा बीकानेर के किसी भी सरकारी या निजी अस्पताल में ये सुविधा उपलब्ध नहीं है.

फोर्टिस डीटीएम अस्पताल के एडवाइजरी कमिटी के प्रमुख डॉ तनवीर मालावत ने बताया कि अब बीकानेरवासियों को उच्च स्तरीय हृदय रोग सेवाओं के लिए गुडगाँव या अहमदाबाद नहीं जाना पड़ेगा.

प्रेस कांफ्रेंस में डॉ बी एल स्वामी के साथ डॉ तनवीर मालावत, न्यूरोसर्जन डॉ केवी चौधरी, इंटरवेंशनल रेडियोलाजिस्ट डॉ सानिया मुस्लिम, कैंसर विशेषज्ञ डॉ अनीस मालावत आदि भी मौजूद रहे.