

बीकानेर न्यूज़ डेस्क ( ओम दैया ) ।हेल्थ डिपार्टमेंट ने प्राइवेट अस्पतालों में फ्री इलाज के लिए पहले से अधिक राशि देने का निर्णय कर लिया है। मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना में प्राइवेट अस्पतालों को कई बीमारियों के इलाज की राशि कम मिल रही है, ऐसे में अस्पताल प्रबंधन रोगियों से ही शेष राशि की वसूली करता है।बीमारियों और उनके इलाज पर खर्च होने वाली राशि का नए सिरे से अध्ययन किया गया है। अगले कुछ दिनों में ही हेल्थ डिपार्टमेंट 198 बीमारियों के इलाज की राशि में बढ़ोतरी कर देगी।
मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत प्रदेशभर में आम आदमी को फ्री इलाज की सुविधा प्राइवेट अस्पताल में मिल रही है। कोई डेंगू रोगी किसी प्राइवेट अस्पताल में इलाज करवाता है तो उस अस्पताल को सरकार महज दो हजार रुपए दे रही थी। ऐसे में या तो रोगी भर्ती नहीं होता या फिर शेष राशि रोगी से वसूली जाती। अब इस रोग के लिए अस्पताल को दो हजार के बजाय दस हजार रुपए दिए जाएंगे। प्राइवेट अस्पताल प्रबंधन को भी दिक्कत नहीं होगी। डेंगू की तरह ही 198 पैकेज की नए सिरे से लिस्टिंग की जा रही है। विभाग के सॉफ्टवेयर में अगले कुछ दिनों में बढ़ी हुई राशि दर्ज हो जाएगी।_
चिरंजीवी योजना में करीब डेढ़ हजार पैकेज हैं। इन सभी का रिव्यू करने के बाद 198 पैकेज में कम रुपए देना स्वीकार किया गया है। छोटे बड़े सभी तरह के रोग है। प्राइवेट अस्पताल में एंजियोग्राफी, एंजियोप्लास्टी, बाइपास ऑपरेशन सहित कई महंगे इलाज भी है। आने वाले दिनों में इन सभी की कीमतों में बढ़ोतरी हो जाएगी।


योजना में कई नए पैकेज भी जोड़े जाएंगे। रोगी जब प्राइवेट अस्पताल में इलाज के लिए जाता है तो उसे ये कहते हुए रवाना कर दिया जाता है कि उनकी बीमारी या जांच चिरंजीवी योजना में शामिल नहीं है। अब जो जांच व रोग के इलाज शामिल नहीं है, उन्हें भी जोड़ा जा रहा है।
योजना को प्राइवेट अस्पतालों में सही तरीके से लागू करवाने के लिए आला अधिकारी इन दिनों बीकानेर में है। जेसीईओ सौरभ स्वामी ने प्राइवेट अस्पताल में भर्ती रोगियों तक पहुंचकर हालात का जायजा लिया। अस्पतालों के बारे में जांच करने के भी आदेश दिए गए।
