जिला कलक्टर एवं न्यास अध्यक्ष कुमारपाल गौतम ने बताया कि शहर में आधारभूत सुविधाओं का विकास और सौंदर्यकरण सहित अन्य कार्य करवाने के लिए नगर विकास न्यास 100 करोड रुपए का ऋण लेकर सुविधाओं को विकसित करेगी। साथ ही सिटी ब्यूटीफिकेशन में भी और अतिरिक्त कार्य प्रारंभ करने के लिए भी आमजनों का सहयोग से राष्ट्रीय स्तर की विभिन्न संस्थाओं की सामाजिक सरोकार योजना के तहत निर्माण कार्यों की कार्य योजना बनाकर विकास कार्य करवाए जाएंगे।
गौतम ने कहा कि नगर विकास न्यास द्वारा किसी भी राष्ट्रीयकृत बैंक से यह 100 करोड रुपए का ऋण लिया जाएगा। उन्होंने न्यास सचिव मेघराज सिंह मीना को निर्देश दिए की न्यू बीकाणा के एक्सटेंशन के स्टेटस के बारे में देखें कि न्यू बीकाणा योजना के माध्यम से एक डीपीआर जो पूर्व बनाई गई थी, उसका पुनः अध्ययन कर, यह देखा जाए कि अगर न्यू बीकाणा नाम से शहर के विस्तार के लिए आवासीय कॉलोनी विकसित की जाती है, तो क्या संभावना रहेगी।

न्यास अध्यक्ष ने कहा कि यूआईटी कार्यालय के नए भवन के बेसमेंट में पार्किंग विकसित करने सहित इंडोरगेम के साथ-साथ अत्याधुनिक जिम लगाने की संभावना भी देखी जाए, जिससे पब्लिक पार्क के आसपास की आवासीय कॉलोनी के लोग इस स्थान का उपयोग कर सकें। उन्होंने कहा कि कलक्टर परिसर में इधर-उधर खडे़ होने वाहन यूआईटी के बेसमेंट में पार्किंग किए जा सकेंगे। इससे कलक्ट्रेट परिसर में वाहनों की भीड़ से भी बचा जा सकेगा।
न्यास का होगा नियमित निरीक्षण
जिला कलक्टर ने कहा कि नगर विकास न्यास कार्यालय का अब नियमित प्रशासनिक निरीक्षण किया जाएगा। यह निरीक्षण जिले के अन्य कार्यालयों जैसे उपखंड अधिकारी कार्यालय, तहसील कार्यालय और थानों का प्रशासनिक निरीक्षण किया जाता है, उसी तर्ज पर न्यास कार्यालय का भी नियमित निरीक्षण होगा। इसके लिए उन्होंने न्यास सचिव को कार्य योजना बनाने के निर्देश दिए और कहा कि इसमें विधि सहायक का सहयोग लिया जाएं

रिकॉर्ड का हो डिजिटाइजेशन
न्यास अध्यक्ष ने सख्त निर्देश देते हुए कहा कि न्यास का संपूर्ण रिकॉर्ड डिजिटाइजेशन अगले 4 माह में हो जाना चाहिए ताकि अगर किसी व्यक्ति को अपने पट्टे सहित अन्य कार्यों के लिए उन्हें ऑनलाइन जानकारी और दस्तावेज मिल सके।
कार्य होने की समय अवधि चस्पा की जाए
न्यास अध्यक्ष गौतम में कहा कि न्यास में होने वाले विभिन्न कार्य जैसे एनओसी जारी करना, गृह निर्माण की इजाजत देना, पट्टा जारी करना तथा अन्य जितने भी कार्य आमजन से जुड़े हुए हैं, उन सभी कार्यों के होने की अवधि प्रत्येक शाखा के बाहर स्पष्ट शब्दों में अंकित की जाए ताकि आम आदमी अनावश्यक रूप से न्यास के चक्कर ना निकाले पडे़