बीकानेर – ओम दैया। देश की भावी पीढ़ी में अच्छे संस्कार, संवेदनशीलता जगाने और मानवीय धरातल प्रदान करने के लिए जाम्भाणी साहित्य अकादमी में कोरोना महामारी के समय में 11 से 15 जून तक 12 से 17 वर्षीय बच्चों के लिए ऑनलाइन पाँच दिवसीय संस्कार शिविर का आयोजन करने जा रही है।
यह जानकारी देते हुए जाम्भाणी साहित्य अकादमी, बीकानेर के संस्थापक सदस्य एवं प्रेस संंयोजक पृथ्वी सिंह बैनीवाल बिश्नोई ने बताया कि यह ऑनलाइन जाम्भाणी संस्कार शिविर ज़ूम एप्प पर आयोजित किया जाएगा, जिसमें गुरु जम्भेश्वर जी की शिक्षाओं, पर्यावरण, 29 धर्म-नियमों, बिश्नोई पन्थ के इतिहास के साथ साथ व्यक्तित्व विकास, कैरियर मार्गदर्शन, स्वास्थ्य और तनाव प्रबन्धन आदि विषयों पर विद्यार्थियों को विस्तार से बताया जाएगा। शिविर के राष्ट्रीय संयोजक सच्चिदानंद आचार्य ने बताया कि शिविर हेतु बड़ी संख्या में बच्चे पंजीकरण कर चुके है। पंजीकरण 9 जून तक यूआरएल https://bit.ly/2TJUjZR पर किया जा सकता है। शिविर में आयु सीमा 12 से 17 वर्ष के विद्यार्थी भाग ले सकते हैं। उन्होंने बताया कि समाज के अधिक से अधिक बच्चों को इसमें भाग लेने हेतु प्रेरित किया जा रहा है ताकि वे घर बैठे ही जीवनोपयोगी बातें ग्रहण कर सके ।
संस्कार शिविर के सह संयोजक रुगनाथराम खीचड़ ने बताया कि 11 से 15 जून तक आयोजित होने वाले इस पांच दिवसीय जांभाणी संस्कार शिविर में प्रतिदिन प्रातः 9:00 बजे से 12:00 बजे तक 3 घण्टे की क्लास में अलग-अलग विद्वानों द्वारा जीवन उपयोगी बातें बताई जाएगी।