नोखा. (जीवनदान चारण). रामनगर उदासर में चल रही दिव्य भागवत कथा के अंतिम दिन प्रभुप्रेमी जी महाराज के अमृत वचनों को सुनने के लिये भगतो का रैला लगा हुआ है।उदासर के पूर्व सरपंच चेतन राम सियाग की ढाणी में चल रहे धार्मिक अनुष्ठान में भगत श्रोताओं के चलते पांडाल को दुगुना करना पड़ा। कल भागवत के छठे दिवस पर हुई कथा में अनुमान से ज्यादा श्रोता पहुचाने से विशाल डॉम छोटा पड़ गया। महाराज जी के मधुर व प्रेरणादायक शब्दो को सुनने के लिए भगत श्रोता चार चार घंटे बैठकर भागवत कथा का रस पान करते है। प्रभुप्रेमी जी व्यास पीठ पर विराजमान होकर मार्मिकता से कथा सुनाकर कर श्रोताओं को भगतिभाव से ओतप्रोत कर देते है। आधुनिक समय मे जहाँ समय का अभाव के चलते श्रोताओं को एक आधे घंटे की कथा में बांधे रखना ही बड़ी चुनौती है वही भागवताचार्य पालीवाल जी जीवन की सटीकता पर प्रखर प्रवचन देकर मानव जीवन को कल्याण मय बना देते है। धार्मिक कथाओं से वैचारिक क्रांति से भारत भर के दो दर्जन से अधिक राज्य में कथाओं के जरिये मानव जीवन को सुखमय, प्रसन्नता के साथ जीवन जीने के कल्याणकारी सूत्रों से मानव सेवा कर रहे है। कथा में नोखा सहित अन्य आसपास की तहसीलों से श्रोता कथा सुनने आ रहे है।
नोखा, फलौदी, खींवसर, नागौर, जायल, लाडनू, सुजानगढ़, बीदासर, डूंगरगढ़, लूणकरणसर, खाजूवाला, कोलायत व बीकानेर तहसील से जुड़े जनप्रतिनिधि व सामान्य श्रोता कथा लगातर पहुच रहे है। सभी श्रोताओं के लिये लगातार देशी घी की महाप्रसादी की जारी है। वहीं आसपास के गांवों के लिये निःशुल्क बसों की व्यवस्था भी लगातार जारी है। वही आज की कथा में नेताप्रतिपक्ष रामेश्वर लाल डूडी भी प्रभुप्रेमी जी महाराज के अमृतमय कथा के वचनों को सुनकर अपना जीवन धन्य बनाएगे।