साहित्य, समाज और राजनीति की विद्रुपताओं पर चोट करता व्यंग्य संग्रह: “धन्य है आम आदमी”
समीक्षा: प्रोफेसर (डॉ.) अजय जोशी
प्रख्यात व्यंग्यकार हरिशंकर परसाई ने व्यक्ति और समाज में उपस्थित विसंगति को सामने लाले में व्यंग्य को सहायक माना है। उनका यह भी मानना था कि व्यंग्य जीवन से साक्षात्कार…