बीकानेर । बीकानेर मुद्रा परिषद द्वारा आसाणियों के चौक स्थित सूरज भवन में आयोजित तीन दिवसीय बीकानेर मुद्रा महोत्सव का रविवार को समापन हुआ।
अंतिम दिन मुगल और कुषाणकालीन तांबे के सिक्के, हैदराबाद निजाम द्वारा जारी सिक्का, 1918 में भारत सरकार द्वारा जारी एकतरफा छपा दस रूपये का नोट, महाराजा गंगासिंह की मोहर, बीकानेर राजघराने का राज्य टिकट सहित अनेक देशों के नोट, रबर और गत्ते के सिक्के एवं पुरातत्व महत्त्व की अनेक वस्तुओं को देखने वालों का दिनभर तांता लगा रहा। रूस, बरमूडा, अमेरिका, नेपाल तथा बर्मा सहित अनेक देशों के नोट आकर्षण के केन्द्र रहे। इसी प्रकार सोने, चांदी और तांबे के सिक्के भी आमजन के अवलोकनार्थ रखे गए। बीकानेर मुद्रा परिषद के अध्यक्ष महेन्द्र बरड़िया ने बताया कि तीन दिवसीय महोत्सव के दौरान बड़ी संख्या में सिक्के और नोट विक्रय भी हुए।
अस्सी शहरों के प्रतिनिधि रहे शामिल
बरड़िया ने बताया कि तीन दिवसीय महोत्सव के दौरान देश के विभिन्न क्षेत्रों से सिक्कों का संग्रहण एवं विक्रय करने वालों के स्टाल्स लगाए गए। इनमें बीकानेर, चूरू और जयपुर के अलावा मुंबई, कानपुर, नागपुर, आरां, गोरखपुर, बंगलौर, हैदराबाद, गोरखपुर, नई दिल्ली सहित 80 शहरों के प्रतिनिधियों की स्टाल्स शामिल रहीं। उन्होंने बताया कि अंतिम दिन एक हजार से अधिक लोगों ने प्रदर्शनी का अवलोकन किया। इनमें महिलाएं भी बड़ी संख्या में शामिल थीं।
महापौर एवं जिला कलक्टर सहित अनेकों ने बताया सराहनीय
महापौर नारायण चौपड़ा, जिला कलक्टर वेदप्रकाश, कैलाश मेघवाल, डॉ. सत्यप्रकाश आचार्य, गोकुल जोशी, युधिष्ठिर सिंह भाटी, सुनील रामपुरिया सहित अनेक विशिष्ट अतिथियों ने रविवार को प्रदर्शनी का अवलोकन किया। महापौर ने इसे सराहनीय बताया। उन्होंने कहा कि शहरी क्षेत्र में ऐसे स्तरीय आयोजन समय-समय पर आयोजित होने चाहिए, जिससे शहरवासियों को भी ऐतिहासिक महत्त्व की इन वस्तुओं को देखने का अवसर मिल सके। जिला कलक्टर ने सिक्कों, नोटों और पुरातत्व महत्त्व की वस्तुओं के संग्रहण की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि संग्रहणकर्ताओं के लम्बे समय की मेहनत के फलस्वरूप इतना समृद्ध संग्रह हो पाया है।
प्रतिभागी हुए सम्मानित
इस अवसर पर जिला कलक्टर ने महोत्सव में भागीदारी निभाने वाले मुंबई के फारूक भाई तोड़ीवाला, कानपुर के संजीव अग्रवाल, राजकोट के रतीभाई तथा बीकानेर के मरूधरा आटर््स के प्रतिनिधि को सम्मानित किया। सभी अतिथियों ने स्टाल्स का अवलोकन किया तथा सिक्कों एवं नोटों के महत्त्व एवं इतिहास के बारे में जानकारी ली। महामंत्री प्रेमरतन सोनी ने बताया कि बीकानेर मुद्रा परिषद द्वारा इस प्रकार का शौक रखने वाले लोगों को परिषद की सदस्यता दिलाई जाएगी। इस अवसर पर राजेश आचार्य, अरविंद उभा, नरेन्द्र बडेर, गोरधन जैन, विकास अग्रवाल, नवरत्न अग्रवाल सहित अन्य पदाधिकारी मौजूद थे।