बीकानेर , 22 मार्च। खेल खेल में 5 बच्चे इस दुनिया से विदा होगए थे का आज अन्तिम संस्कार कर दिया गया। ‌ हिम्मटासर में दम घुटने से जान गंवाने वाले पांचों मासूमों के शवों का सोमवार सुबह पोस्टमार्टम हो गया । शव परिजनों के सुपुर्द कर दिए गए। हिम्मटासर में शवों का अन्तिम संस्कार के मौके पर पूरा गांव उमड़ आया । सभी ग्रामीणों की आंखें नम वह चहरे उदास हो गये। माहौल अत्यधिक गमगीन मामला पांच मासूमों का होने की वजह से हर किसी की आंखें मैं आंसू आ गए। जिस परिवार ने एक साथ चार बच्चे खोए हैं, वह तो स्वयं को संभाल ही नहीं पा रहा है। अन्तिम संस्कार स्थल पर पुलिस जाब्ता भी मौके पर मौजूद है। जांच के लिए पुलिस मेडिकल रिपोर्ट्स का इंतज़ार करेगी। प्रथमदृष्टया बच्चों की मौतें हादसा ही प्रतीत होती है। लेकिन मामला संवेदनशील होने की वजह से पुलिस गहन जांच करेगी।

उल्लेखनीय है कि नापासर थाना क्षेत्र के हिम्मटासर में रविवार को पांच मासूम बच्चों की एक साथ मौत हो गई थी। भींयाराम व उसकी पत्नी सुबह खेत पर काम करने चले गए थे। इस दौरान उसके चार बच्चे घर पर थे। जब मां ढ़ाई बजे लौटी तो एक भी बच्चा नहीं मिला। घर पर तलाश की गई, फिर आस पड़ौस में भी तलाश की गई। रिश्तेदारों के यहां भी तलाश की गई। जब कहीं भी बच्चे नहीं मिले तो घर में पढ़ें अनाज के कोठे (ड्रम) को खोला गया। कोठा खोलते ही मां बेहोश हो गई। कोठे में पांच बच्चों के शव मिले। इनमें चार बच्चे भींयाराम के थे, वहीं एक बच्ची रिश्तेदार की दोहिती थी। 8 वर्षीय माली पुत्री मघाराम जाट निवासी ढ़ींगसरी अपने नाना भंवरलाल के यहां हिम्मटासर आई हुई थी। पांच मृतकों में चार अकेले भींयाराम के थे। इनमें एक 4 वर्षीय बेटा देवाराम व बेटियां 7 वर्षीय रवीना, 5 वर्षीय राधा तथा 3 वर्षीय पूनम थी। सीओ सदर पवन भदौरिया ने बताया कि बच्चों के दादा सुबह दस बजे घर आए थे, उन्होंने बच्चों को बिस्किट भी खिलाए। उसके बाद वह चले गए। वहीं मां ढ़ाई बजे लौटी तो बच्चे नहीं मिले। घटनाक्रम अनुसार बच्चे लगभग 5 घंटे ड्रम में घुटते रहे जिसके चलते उनकी अकाल मृत्यु हो गई।बीकानेर , 22 मार्च। खेल खेल में 5 बच्चे इस दुनिया से विदा हो ग्रे थे का आज अन्तिम संस्कार कर दिया गया। ‌ हिम्मटासर में दम घुटने से जान गंवाने वाले पांचों मासूमों के शवों का सोमवार सुबह पोस्टमार्टम हो गया । शव परिजनों के सुपुर्द कर दिए गए। हिम्मटासर में शवों का अन्तिम संस्कार के मौके पर पूरा गांव उमड़ आया । सभी ग्रामीणों की आंखें नम वह चहरे उदास हो गये। माहौल अत्यधिक गमगीन मामला पांच मासूमों का होने की वजह से हर किसी की आंखें मैं आंसू आ गए। जिस परिवार ने एक साथ चार बच्चे खोए हैं, वह तो स्वयं को संभाल ही नहीं पा रहा है। अन्तिम संस्कार स्थल पर पुलिस जाब्ता भी मौके पर मौजूद है। जांच के लिए पुलिस मेडिकल रिपोर्ट्स का इंतज़ार करेगी। प्रथमदृष्टया बच्चों की मौतें हादसा ही प्रतीत होती है। लेकिन मामला संवेदनशील होने की वजह से पुलिस गहन जांच करेगी।

उल्लेखनीय है कि नापासर थाना क्षेत्र के हिम्मटासर में रविवार को पांच मासूम बच्चों की एक साथ मौत हो गई थी। भींयाराम व उसकी पत्नी सुबह खेत पर काम करने चले गए थे। इस दौरान उसके चार बच्चे घर पर थे। जब मां ढ़ाई बजे लौटी तो एक भी बच्चा नहीं मिला। घर पर तलाश की गई, फिर आस पड़ौस में भी तलाश की गई। रिश्तेदारों के यहां भी तलाश की गई। जब कहीं भी बच्चे नहीं मिले तो घर में पढ़ें अनाज के कोठे (ड्रम) को खोला गया। कोठा खोलते ही मां बेहोश हो गई। कोठे में पांच बच्चों के शव मिले। इनमें चार बच्चे भींयाराम के थे, वहीं एक बच्ची रिश्तेदार की दोहिती थी। 8 वर्षीय माली पुत्री मघाराम जाट निवासी ढ़ींगसरी अपने नाना भंवरलाल के यहां हिम्मटासर आई हुई थी। पांच मृतकों में चार अकेले भींयाराम के थे। इनमें एक 4 वर्षीय बेटा देवाराम व बेटियां 7 वर्षीय रवीना, 5 वर्षीय राधा तथा 3 वर्षीय पूनम थी। सीओ सदर पवन भदौरिया ने बताया कि बच्चों के दादा सुबह दस बजे घर आए थे, उन्होंने बच्चों को बिस्किट भी खिलाए। उसके बाद वह चले गए। वहीं मां ढ़ाई बजे लौटी तो बच्चे नहीं मिले। घटनाक्रम अनुसार बच्चे लगभग 5 घंटे ड्रम में घुटते रहे जिसके चलते उनकी अकाल मृत्यु हो गई।