

उनकी जगह दिग्विजय के करीबी गोविंद सिंह की नियुक्ति
भोपाल
।मध्य प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष के पद से पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने इस्तीफा दे दिया है। उनकी जगह गोविंद सिंह नेता प्रतिपक्ष बना दिए गए हैं। कमलनाथ का इस्तीफा देने की अटकलें पहले से ही लगाई जा रही थी। अब उन्होंने कांग्रेस हाईकमान को अपना इस्तीफा सौंप दिया है।हालांकि उनके इस कदम के पीछे की वजह अभी तक स्पष्ट नहीं है। वैसे सियासी गलियारे में माना जा रहा है कि पार्टी में उनके प्रमुख प्रतिद्वंद्वी पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह को आजकल हाईकमान से बढ़ती नजदीकी इसके पीछे हो सकता है। इस बात को यह भी पुख्ता करता है कि नए नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह दिग्गी राजा के करीबी हैं। दरअसल,पिछले कुछ दिनों से कई मामलों को लेकर भी कमलनाथ विवादों में चल रहे थे। जिसमे उनकी विधानसभा कार्यवाही को लेकर की गई एक टिप्पणी को लेकर था, जिसमें उन्होंने एक इंटरव्यू में कहा था कि वे बीजेपी की बकवास सुनने के लिए सदन की कार्यवाही में नहीं जाते हैं। उनके उस बयान पर बीजेपी ने आपत्ति दर्ज कराते हुए विधानसभा अध्यक्ष से कार्रवाई की मांग की थी। गोविंद सिंह सात बार से विधायक हैं और कांग्रेस में कई महत्वपूर्ण पद संभाल चुके हैं। ऐसे में उन्हें नेता प्रतिपक्ष की बड़ी जिम्मेदारी सौंपी गई है, लेकिन उनकी नियुक्ति पर अभी से राजनीति शुरू हो चुकी है। बीजेपी ने इसे कांग्रेस की कोरी राजनीति करार दिया है क्योंकि उनकी नजरों में पार्टी ने नेता प्रतिपक्ष के पद के लिए किसी एससी, एसटी या ओबीसी वर्ग से नहीं चुना है, जो इस समाज के लिए ये बड़ा अपमान है। दिग्विजय सिंह के करीबी माने जाने वाले गोविंद सिंह की नियुक्ति राज्य की राजनीति में कमलनाथ के लिए भी कई समीकरण बदल सकती है। हालांकि अभी कमलनाथ पीसीसी चीफ हैं, उस पद से उन्होंने इस्तीफा नहीं दिया है।