– वरिष्ठ IAS खेमका ने CBI पर उठाए सवाल

अंतरराष्ट्रीय भ्रष्टाचार विरोधी दिवस पर सवाल उठाते हुए अशोक खेमका ने ट्वीट किया था कि राज्य स्तरीय आयोजन करने से भ्रष्टाचार खत्म नहीं होगा। इसी आयोजन पर कितना पैसा खर्च हुआ, यही पता लगा लें तो भ्रष्टाचार का पता लग जाएगा।

“वरिष्ठ आईएएस अधिकारी अशोक खेमका ने एक ट्वीट कर सीबीआई के कामकाज पर सवाल खड़े किए हैं। अशोक खेमका ने ट्वीट में लिखा कि सीबीआई का सालाना बजट 800 करोड़ रुपए। किसे सजा हुई, कौन बरी हुआ, किसे लटकाया, जवाबदेही कैसे तय हो? पिछले सालों का ही हिसाब कर लो। किस बड़े आदमी की सजा हुई? हाथी के दांत दिखाने के कुछ और खाने के कुछ होते हैं।”

बता दें कि अपने करियर के दौरान अभी तक रिकॉर्ड 53 तबादले देख चुके अशोक खेमका 1991 बैच के आईएएस अधिकारी हैं। इससे पहले अंतरराष्ट्रीय भ्रष्टाचार विरोधी दिवस पर सवाल उठाते हुए अशोक खेमका ने ट्वीट किया था कि राज्य स्तरीय आयोजन करने से भ्रष्टाचार खत्म नहीं होगा। इसी आयोजन पर कितना पैसा खर्च हुआ, यही पता लगा लें तो भ्रष्टाचार का पता लग जाएगा। अशोक खेमका अभी अभिलेखागार, पुरातत्व एवं संग्राहलय विभाग के प्रमुख सचिव के पद पर तैनात हैं।

अशोक खेमका इससे पहले मुख्य सतर्कता आयुक्त (सीवीसी), मुख्य सूचना आयुक्त (सीआईसी) लोकपाल और लोकायुक्तों की भूमिका पर भी सवाल उठा चुके हैं। अपने एक ट्वीट में खेमका ने कहा था कि “संवैधानिक संस्थाओं से भ्रष्ट लोगों की कंपकंपी छूटनी चाहिए। इस संस्थाओं में सेवानिवृत्त लोगों को आसीन कर इन्हें दायित्वहीन क्यों किया जा रहा है?”

अशोक खेमका हरियाणा कैडर के आईएएस अधिकारी हैं। वह गुरुग्राम में सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा की जमीन सौदे से जुड़ी जांच के कारण सुर्खियों में रहे हैं। कहा जाता है कि अशोक खेमका जिस भी विभाग में जाते हैं, वहां अपनी सख्ती और भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त रवैये के चलते उनके अभी तक 53 ट्रांसफर हो चुके हैं।

बता दें कि सीबीआई देश की केन्द्रीय जांच एजेंसी है, जो घरेलू स्तर पर भ्रष्टाचार, बैंक घोटाले, विशेष आपराधिक मामले और प्रत्यर्पण संबंधी मामलों की जांच करती है। जिसका सालाना बजट 802 करोड़ रुपए है। बीते बजट में सीबीआई के बजट में 4 करोड़ रुपए की बढ़ोत्तरी हुई थी।