मूलवास सीलवा। गोसेवी संत पदमाराम कुलरिया के द्वारा आयोजित 9 दिवसीय श्रीराम कथा महोत्सव में हजारों भक्तों के जनसैलाब के बीच पूर्ण आरती के साथ श्रीराम कथा संपन्न हुई। 9 दिवसीय श्रीराम कथा में व्यास पीठ पर विराजित संत श्री मुरलीधर जी महाराज ने प्रभु श्री राम के वन गमन केवट प्रसंग भरत चरित्र को संक्षिप्त में लेते हुए कथा को आगे बढ़ाया। इस अवसर पर गाया गया भजन मेरी नैया में सीता राम गंगा मैया धीरे बहो…की प्रस्तुति पर लोग झूम उठे।
इसके पश्चात् भगवान के धरा चित्रकूट में निवास करने, माता सीता का हरण, हनुमान जी महाराज द्वारा सुग्रीव से मित्रता, हनुमान जी महाराज द्वारा माता सीता का पता लगाने के लिए लंका को जलाने के प्रसंग को संक्षेप में राम कथा के माध्यम से रखा। इस अवसर पर गाया गया भजन नवा नवा को रे लंका नगरी में मच गयो हाको रे पर श्रोता नाचने को मजबूर हो गए इसके पश्चात रावण का वध करने के बाद प्रभु श्री राम अयोध्या लौटे और राम राज्य की स्थापना हुई और सीता जी के सहित प्रभु श्री राम सिंहासन पर विराजित हुए। इस अवसर पर जी महाराज ने कहा की प्रभु श्री राम सिंहासन का इंतजार नहीं कर रहे थे सिंहासन प्रभु श्री राम का इंतजार करता था और जैसे ही प्रभु श्री राम सेना के साथ विराजे पूरे अवध में ढोल नगाड़ा के साथ खुशियां मनाई गई मंगल गीत गाए गए और पूज्य मुरलीधर जी महाराज का बहुमान किया गया।
कथा विराम के आरंभ में आज भी संत पदमाराम जगुलरिया उनकी धर्मपत्नी हरप्यारी देवी, उगमाराम, श्रीदेव किशन, मगाराम, भंवर, नरसी, कानाराम, शंकर, धरमचन्द, पूनम कुलरिया ने मानस की आरती की। इस राम कथा में मलूक पीठाधीश्वर जगद्गुरु द्वारा आचार्य पूज्य पाद राजेंद्र दास जी महाराज, गौवत्स राधाकृष्ण जी महाराज, पूज्य संत सुखदेव जी महाराज, कोलायत उपस्थित थे जिनका कुलरिया परिवार की ओर से स्वागत और अभिनंदन किया गया ।
कथा को संबोधित करते हुए पूज्य पाद राजेंद्र दास जी महाराज ने बताया कि दया धर्म का मूल है और प्रभु श्री राम के अवतार में धर्म की सारी शक्तियां मौजूद थी उन्होंने बताया कि प्रभु श्री राम का अवतार होने के बाद भी भरत जी लक्ष्मण जी और शत्रुघ्न जी का अवतार यों हुआ यह सारे चरित्रों को उन्होंने श्रोताओं के समक्ष रखा और मुरलीधर जी महाराज की वाणी से प्रभावित होकर कुलरिया परिवार के द्वारा इस विशाल राम कथा महोत्सव की उन्होंने सराहना की हम सबके भाग्य की उन्होंने सराहना की।
गौवत्स राधाकृष्ण जी महाराज ने सभी से आने वाले 4 माह में गौ माता की सेवा के लिए प्रत्येक गांव में गोग्रास क्षेत्र खोलने की अपील की और कहा कि हमें अपने अपने गांव में गौमाता की सेवा करनी चाहिए। इस अवसर पर संत श्री सुखदेव जी महाराज ने सभी भक्तों से अपील की कि आप लोग एक एक दो दो गौ माता गोद लेकर भी गौ की सेवा कर सकते हैं राम कथा के अवसर पर रामेश्वर डूडी, कन्हैयालाल झंवर, राजकुमार रिणवा, बिहारीलाल बिश्नोई सहित अनेक जनप्रतिनिधि मौजूद थे। शंकर कुलरिया ने सभी आने वाले भक्तगणों का धन्यवाद ज्ञापित किया। साथ ही श्री विश्वकर्मा चैरिटेबल ट्रस्ट मुंबई, सुथार समाज जोधपुर, सुथार समाज पाली, श्री जाँगिड समाज गुलाबपुरा भीलवाड़ा, विश्वकर्मा समाज चेन्नई, जाँगिड समाज समिति बीकानेर सहित कई अनेक संस्थाओं ने गौसेवी संत पदमाराम कुलरिया व उनके तीनों पुत्र सहित पूरे परिवार का रामकथा आयोजन करने के अवसर पर समान किया गया। इससे पूर्व आयोजक पदमाराम कुलरिया ने श्री रामकथा आयोजन समिति का दुशाला व प्रशस्ति पत्र देकर समानित किया गया अंत में आयोजित परिवार के पदमाराम, हरप्यारी देवी, उगमाराम, देवकिशन, मगाराम, भंवर, नरसी, कानाराम, शंकर, धर्मचन्द, पूनम कुलरिया आदि परिवार द्वारा आरती की गई मंच का संचालन चंदन सिंह राजपुरोहित जोधपुर ने किया।(PB)’