प्रत्येक ग्राम पंचायत स्तर पर होगी कांजी हाउस (फाटक) की स्थापना : जिला कलक्टर

जिला कलक्टर डाॅ एन के गुप्ता ने कहा कि जिले में ग्राम पंचायत स्तर पर कांजी हाउस (फाटक) की स्थापना की जाएगी, जिनमें ग्राम पंचायत के साथ-साथ स्थानीय दान दाताओं का सहयोग लिया जाएगा तथा राज्य सरकार द्वारा समय पर कांजी हाउस सहित गोशालाओं के लिए दिए जाने वाले अनुदान का लाभ भी इन कांजी हाउस को मिले इसके प्रयास किए जाएंगे। पायलट प्रोजेक्ट के रूप में अगले 15 दिनों में जिले की दो ग्राम पंचायतों में इन कांजी हाउस(फाटक) की स्थापना की जाएगी। इनके बेहतर परिणाम मिलने पर जिले की अन्य ग्राम पंचायतों में भी इनकी स्थापना की जाएगी, जिससे असहाय पशुओं को वहां रखा जा सके। Bikaner News

डाॅ गुप्ता गुरूवार को कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित पशु क्रूरता निवारण समिति की बैठक में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायत स्तर पर बनने वाले कांजी हाउस (फाटक) के लिए सम्बंधित पंचायत समिति के प्रधान, ग्राम पंचायतों के सरपंच से बातचीत कर उनके क्षेत्रा में वर्तमान में कार्यरत फाटक को कांजी हाउस में विकसित करने के लिए कार्य करेंगे तथा पशुओं के लिए आवश्यक चिकित्सा सुविधा मुहैया करवाने के लिए पशु चिकित्सा विभाग के साथ मिलकर ऐसी कार्ययोजना बनाई जाएगी, जिससे नए विकसित होने वाले इन फाटक में राज्य सरकार की योजनाओं को लाभ मिल सके।

बैठक में जिला कलक्टर डाॅ गुप्ता को समिति के सदस्य तथा नंदन वन गोशाला गड़ियाला के सुखदेव महाराज ने बताया कि कोलायत के आसपास के क्षेत्रा में गोवंश के साथ क्रूरता की घटनाएं सामने आ रही है। सुखदेव महाराज ने इन घटनाओं पर प्रभावी अकुंश लगाने की मांग की। जिला कलक्टर ने कहा कि पुलिस अधीक्षक को पत्रा लिखकर इस प्रकार की घटनाओं को रोकने के लिए कार्यवाही करने को कहा जाएगा कि इस क्षेत्रा में पुलिस की गश्त बढ़ाई जाए, साथ ही सादा वर्दी में पुलिस ऐसी घटनाओं पर नजर रख कर रोकने की कार्यवाही करंे। जिला कलक्टर ने वन विभाग अधिकारी को पालिथीन से पशुओं को होने वाले नुकसान से बचाने के प्रति आमजन में जागरूकता के लिए ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में होर्डिंग, बैनर आदि लगाने के निर्देश दिए। जिससे आमजन पाॅलिथीन का उपयोग न करने के प्रति जागरूक हो सके। Bikaner News

गणतंत्रा दिवस पर भामाशाह होंगे सम्मानित

जिला कलक्टर ने बताया कि जिले में संचालित विभिन्न गौशालओं व पशु विभाग द्वारा संचालित अस्पतालों में पशुओं के हित के लिए विभिन्न प्रकार के उपकरण, वाहन व अन्य आधारभूत सुविधाएं उपलब्ध करवाने में मदद करने वाले भामाशाहों को गणतंत्रा दिवस पर सम्मानित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि इसी तरह नगर निगम तथा नगरपालिका क्षेत्रा में बनने वाली नंदी शालाओं में भी भामाशाह विभिन्न आधारभूत सुविधाओं का विकास करवा सकते हैं। इसके लिए राज्य सरकार ने हाल ही भामाशाहों का सहयोग लेने के लिए प्रपत्रा जारी किया है। इन नंदी शालाओं में काम करवाने वाले भामशाहों को भी सम्मानित किया जाएगा। Bikaner News

पशु गणना कार्य 30 सितम्बर तक

डाॅ गुप्ता ने बताया कि जिले में संधारित विभिन्न गौशालाओं में गोवंश की गणना का संयुक्त भौतिक सत्यापन का कार्य जो कि 20 सितम्बर तक होना था, उसकी तिथि अब 30 सितम्बर तक बढ़ा दी गई है। सम्बंधित अधिकारी पशुगणना का कार्य 30 सितम्बर तक आवश्यक रूप से पूर्ण कर लें। बैठक में समिति के संयुक्त निदेशक पशुपालन, कोषाधिकारी डाॅ अरूणिमा सिन्हा समिति सदस्य सुखदेव महाराज, डाॅ ओ पी किलानिया, बलदेव दास भादाणी उपस्थित थे।
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कुपोषण मिटाओ रैली निकली – Bikaner News

राष्ट्रीय पोषण मिशन के तहत गुरुवार को महिला एवं बाल विकास विभाग की ओर से जिला प्रशासन व शिक्षा विभाग के सहयोग से ’’कुपोषण मिटाओं रैली’’ निकाली गई। रैली में सैकड़ों स्कूली छात्र-छात्राओं,स्काउट,गाइड, रोवर, रेंजर, नेहरु युवा केन्द्र के स्वयं सेवक, महिला एवं बाल विकास विभाग से संबंधित पर्यवेक्षक, आशा सहयोगिनी, सहायिकाएं शामिल हुई। Bikaner News

रैली को कलक्टेªट कार्यालय के सामने से अतिरिक्त कलक्टर (प्रशासन.)ए.एच. .गौरी ने हरी झंड़ी दिखाकर रवाना किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि कुपोषण के प्रति जागृति अति आवश्यक है। कुपोषण के कारण अनेक बच्चों व महिलाओं का शारीरिक व मानसिक विकास नहीं हो पाता है। कुपोषण से बच्चों को अनेक बीमारियों का सामना करना पड़ता है। सरकार अपने हर स्तर पर कुपोषण को रोकने के लिए हर प्रयास कर रही है लेकिन इसमें आमजन की भागीदारी आवश्यक है। महिला एवं बाल विकास विभाग की उप निदेशक रचना भाटिया, जिला शिक्षा अधिकारी (माध्यमिक) दया शंकर, अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी सुनील बोड़ा, शिक्षा विभाग के ही अधिकारी अख्तर अली, बृज मोहन पुरोहित, सी.ओ.स्काउट जसवंत राजपुरोहित ने कुपोषण से बचाव के बारे में बताया। Bikaner News

रैली कलक्टेªट से रवाना होकर राव बीकाजी की प्रतिमा, सार्दुल सिंह सर्किल, रतन बिहारी पार्क, महात्मा गांधी मार्ग होते हुए कोटगेट के पास पहुंचकर संपन्न हुई। रैली में शामिल स्कूली छात्राएं एव आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, आशा सहयोगिनी ’’स्वस्थ संतुलित हो आहार, एनर्जी दे, शरीर को अपार’’, ’’ हम सब मिलकर ध्यान दे, भूखे को भोजन दान दें’, ’सही पोषण, देश रोशन’’ ’’तन मन से अब होंगे स्वस्थ, कुपोषण अब होगा पस्त’, ’’रोग है डरते, सात्विक भोजन है जो करते’’ आदि नारे अंकित तख्तियां लिए हुए चल रहीं थी। एक वाहन के माध्यम से भी कुपोषण को रोकने से संबंधित नारे लगाए जा रहे थे।

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स्नेहलता फाउण्डेशन ने बच्चा वार्ड में किया फलों एवं बिस्किट्स का वितरण

राज्य सरकार द्वारा सितम्बर माह को पोषण माह के रूप में मनाए जाने वाले पोषण अभियान के तहत सहयोग करने हेतु स्नेहलता फाउण्डेशन के संरक्षक किशन कुमार व्यास की प्रेरणा से संस्था के कार्यकर्ताओं ने अधीक्षक पीबीएम चिकित्सालय डाॅ. पीके बैरवाल एवं डाॅ एमआर बरडीया की अनुमति प्राप्त कर क्षेत्रीय कैन्सर चिकित्सालय के बच्चा वार्ड व शिशु चिकित्सालय के कुपोषण उपचार केन्द्र एवं राठी वार्ड में भर्ती समस्त मरीजों को सेव एवं बिस्किट्स का वितरण किया । संस्था से जुडे विनय थानवी ने फल वितरण कार्यक्रम के दौरान मरीजों के परिजनों को घर में प्रयोग लिये जाने वाले फल व सब्जियों को स्वच्छ पानी से धोकर काम में लेने तथा पौष्टिक आहार के बारे में जानकारी देकर जागरूक किया। संस्था के मुकेश थानवी ने वितरण कार्य में अपना विशेष सहयोग दिया। Bikaner News

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कृषि विज्ञान केन्द्रों के वैज्ञानिकों का तीन दिवसीय प्रषिक्षण शुरू

भारतीय कृषि कौशल परिषद्, नई दिल्ली एवं कृषि तकनीकी अनुप्रयोग संस्थान, जोधपुर द्वारा प्रायोजित तीन दिवसीय प्रशिक्षण शिविर गुरुवार को स्वामी केशवानंद राजस्थान कृषि विष्वविद्यालय, बीकानेर प्रसार शिक्षा निदेशालय, में प्रारम्भ हुआ। विश्वविद्यालय के प्रसार निदेशक व प्रशिक्षण कार्यक्रम के समन्वयक डॉ. एस.के. शर्मा ने बताया कि इस कौषल विकास प्रषिक्षण में राजस्थान, हरियाणा, मध्यप्रदेष व दिल्ली स्थित कृषि विज्ञान केन्द्रों के 80 वैज्ञानिक (मास्टर ट्रेनर) भाग ले रहे हैं।

मुख्य अतिथि एवं कुलपति प्रो. बी.आर. छीपा शिविर उद्घाटन अवसर पर कहा कि किसी भी देश का विकास उस देश के कौशल प्राप्त मानव संसाधन के कुल जनसंख्या में प्रतिशत से आंका जाता है। इस दृष्टि से जापान व दक्षिणी कोरिया भारत से बहुत आगे हैं, वहां क्रमशः 80 व 90 प्रतिशत लोग कौशल में प्रशिक्षित हैं, जबकि भारत में केवल 5 प्रतिशत लोग ही किसी कौशल में प्रशिक्षित है। इस सम्बन्ध में भारत सरकार की कौशल विकास योजना एक प्रभावी कदम है। कुलपति महोदय ने किसानों तक कृषि ज्ञान स्थानीय भाषा में पहुंचाने पर भी जोर दिया। Bikaner News

इससे पूर्व प्रसार शिक्षा निदेशक प्रो. एस.के. शर्मा ने सभी आगन्तुकों का स्वागत किया और कृषि में कौषल विकास पर प्रकाष डाला। साथ ही कृषि विज्ञान केन्द्रों की भूमिका को भी सराहा। कृषि तकनीकी अनुप्रयोग संस्थान, जोधपुर से आये हुए वैज्ञानिक डॉ. एम.एस. मीना ने प्रषिक्षणार्थियों से यहां से प्रशिक्षण लेने के बाद अपने अपने क्षेत्रों में युवाओं को प्रशिक्षण देने पर जोर दिया और तन्मयता से प्रशिक्षण में भाग लेने का आग्रह किया ।

भारतीय कृषि कौशल परिषद्, नई दिल्ली से श्याम लाल नेवटियां ने परिषद् की गतिविधियों एवं भावी योजनाओं के बारे में जानकारी दी। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के सभी निदेशक अधिष्ठाता, प्रभारी अधिकारी मौजूद थे। डॉ. जे.पी. लखेरा, प्राध्यापक, प्रसार शिक्षा निदेशालय ने सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया।