बीकानेर. पुष्करणा समाज का सामूहिक सावा इस बार अगले साल प्रस्तावित है। सावे की प्रक्रिया दो चरणों में पूरी होगी। सावा स्थापना के लिए कीकाणी लालाणी व्यास पुष्करणा सामूहिक सावा समिति की ओर से रविवार को दम्माणी चौक स्थित बड़ा गोपालजी मंदिर में हुई समिति के पदाधिकारियों की बैठक में यह निर्णय किया गया। इसमें कीकाणी-लालाणी व्यास समुदाय के पंचायत के सदस्य और समाज के लोगों ने भागीदारी निभाई। अध्यक्ष नारायणदास व्यास ने बताया कि पुष्करणा समाज का सामूहिक विवाह समारोह (सावा) निर्धारण की प्रक्रिया के पहले चरण में सावे का शोधन, तिथि दशहरा (19 अक्टूबर) को तय की जाएगी। दूसरे चरण में धनतेरस के दिन सावे से संबंधित सभी तिथियां घोषित की जाएगी। संस्था सचिव शिव कुमार व्यास ने सवा शोधन व अन्य कार्यक्रम के लिए सावा कमेटी का गठन करने का प्रस्ताव रखा। सावा शोधन प्रक्रिया के लिए चौथाणी ओझा, नानकाणी ओझा, किराड़ू, सूरदासाणी, भादाणी, आचार्य राज्य ज्योतिष, ज्योतिषाचार्य व समाज के गणमान्य लोगों को आमंत्रण पत्र भेजे जाएंगे। भवानीशंकर व्यास ने कहा कि सावा ऐतिहासिक परम्परा है। आज के अर्थ प्रधान युग में अन्य समाजों में भी सामूहिक सावा प्रथा शुरू की है।


सावा समिति का गठन पुष्करणा सामूहिक सवा समिति की कमेटी का गठन किया गया। इसमें नारायणदास व्यास अध्यक्ष, बृजेश्वरलाल व्यास संयोजक, गोपाललाल व्यास उपसंयोजक नियुक्त किए गए। साथ ही भवानीशंकर व्यास (कीकाणी) एवं बद्रीदास व्यास (लालाणी) को कमेटी संरक्षक बनाया गया।(PB)